काठमांडू। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को काठमांडू विश्वविद्यालय ने डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया । इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय उप महाद्वीप क्षेत्र में विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों के निर्माण से ही उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पुराने गौरव को हासिल किया जा सकता है। kathmandu university
उन्होंने कहा कि एक समय था जब इस क्षेत्र में तक्षशिला और नालंदा जैसे शिक्षा के विख्यात केन्द्र थे और पूरी दुनिया के प्रतिभाशाली लोग वहां अध्ययन के लिए जाते थे लेकिन अब प्रतिभाशाली छात्रों और अध्यापकों के होते हुए भी यहां के विश्वविद्यालय विश्व रैंकिंग में पीछे हैं।
अनुसंधान और नवाचार पर ध्यान देकर इसका निराकरण किया जा सकता है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि काठमांडू विश्वविद्यालय इस दिशा में पहले से आवश्यक कदम उठा रहा है। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर रामकांत मकाजू और अध्यापक तथा सीनेट सदस्य उपस्थित थे ।
राष्ट्रपति ने मानद उपाधि प्रदान किए जाने पर विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह मित्रता के इस प्रतीक को बहुत महत्व देते हैं और भारत के लोगों की ओर से इसे स्वीकार करते हैं ।