जयपुर नोटबंदी के दौरान सोना खरीदने वाले और बेचने वालो पर आयकर विभाग का शिकंजा कसना शुरु हो गया है। जोधपुर आयकर सम्भाग में 150 ऐसे लोग रॉडार पर है।
नोटबंदी के बीच जोधपुर में दो ज्वैलर ने 25 करोड़ रुपए बैंक में जमा कराए है ।इन ज्वैलर्स ने करीब 90 किलो सोना बेचा। वित्त मंत्रालय की फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एफआईयू) के निर्देश पर ज्वैलर्स के यहां छापा मारा तो 22 किलो सोना बेचने के लगभग 7 करोड़ के बैकडेट बिल मिले है।
जोधपुर सम्भाग में बीकानेर व अजमेर संभाग भी हिस्सा है, क्षेत्र के 150 लोग रॉडार पर हैं। ये वो लोग है जिन्होने नोटबंदी के बाद 5 लाख से 1 करोड़ तक के पुराने नोट जमा कर ज्वैलरी खरीदी है। आयकर सूत्रों के अनुसार 15 केस ऐसे हैं, जिनके खाते बरसों से बंद थे और हाल ही दुबारा एक्टिव हुए और लाखों जमा करवाए गए।
फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन यूनिट यानी एफआईयू के निर्देश पर सभी लोगो को नोटिस जारी हो चुके हैं। आयकर आयुक्त एसके सिंह ने मीडिया को बताया कि 17 दिसंबर से शुरू हुई पीएम गरीब कल्याण योजना 31 मार्च तक चलेगी। यह अघोषित आय बताने का आखिरी मौका है। इसके बाद विभाग आयकर की धारा 115 बीबीई में कार्रवाई करेगा।
गड़बड़ियां…
– 7 करोड़ के बिल कटे थे। बिल अक्टूबर-नवंबर के थे, पैसा 10 नवंबर के बाद जमा।
– ज्वैलरी के स्टॉक में भी शॉर्टेज मिला, डिफरेंस का सही हिसाब नहीं मिला।
– 5 बैंक लॉकर, 2 खाली, 3 खोलने बाकी। शो-रूम में भी 18 लाख कैश बरामद हुए।
– पैन नंबर और डाटा मैच नहीं। जिनके पैन नंबर, अधिकांश ने सोना खरीदा नहीं।