जापान में जनवरी से जून तक देश में 350,074 जन्म दर्ज किए गए। ऐसे में यहाँ जन्म दर इस साल के पहले हिस्से में रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई थी।
स्वास्थ्य, श्रम और कल्याण मंत्रालय के अनुसार, पिछले साल केवल 727,277 जन्म दर्ज किए गए। आंकड़ों से पता चलता है कि प्रजनन दर को देखते हुए एक महिला के जीवनकाल में बच्चों की संख्या 1.2 के नए निचले स्तर पर आ गई। जनसंख्या को स्थिर रखने के लिए प्रजनन दर 2.1 होनी चाहिए।
जनसंख्या संकट को दूर करने के लिए जापानी सरकार “अभी या कभी नहीं” की नीतियों पर जोर दे रही है, जिसमें पुरुषों को पितृत्व अवकाश लेना सुनिश्चित करना शामिल है, जबकि अन्य स्थानीय सरकारों ने भी काम की परिस्थितियों में सुधार के लिए उपाय शुरू किए हैं।
हालाँकि अभी तक जापान इस समस्या का निपटारा करने के लिए कई योजनाओं पर काम कर चुका है मगर इसके अपेक्षित नतीजे नहीं आये। इसी क्रम में अब जापान 4 दिन का वर्क वीक का नुस्खा आज़माना चाहता है। अनुमान है कि इससे जापान के हैवी वर्क कल्चर से जुडी कुछ समस्याओं को हल करने में मदद मिलेगी।
जापान की प्रजनन दर, जिसमें कई वर्षों से भारी गिरावट देखी गई है, जून में एक और रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई, जबकि सरकार ने युवाओं को शादी करने और परिवार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने के प्रयासों को बढ़ा दिया।
दरअसल कई समाजशास्त्री जापान की कठोर कार्य संस्कृति और जीवन यापन की बढ़ती लागतों को लगातार गिरती जन्म दर के लिए जिम्मेदार मानते हैं। काम के थका देने वाले घंटे, लंबे समय से कॉर्पोरेट जापान के लिए एक समस्या रहे हैं, जहां श्रमिक अक्सर स्वास्थ्य संबंधी खतरों से पीड़ित होते हैं और चरम मामलों में प्रयोग होने वाले “करोशी” शब्द का अर्थ है अधिक काम से मृत्यु। बताते चलें कि एक जापानी नागरिक की औसत आयु 49.9 है।
टोक्यो की गवर्नर युरिको कोइके ने पिछले सप्ताह दिए नीतिगत भाषण में इस योजना की जानकारी देते हुए कहा- “हम कार्यशैली की समीक्षा करेंगे… लचीलेपन के साथ, यह सुनिश्चित करते हुए कि किसी को भी बच्चे के जन्म या बच्चे की देखभाल जैसी जीवन की घटनाओं के कारण अपना करियर नहीं छोड़ना पड़े।”
उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है कि टोक्यो देश के लिए इन चुनौतीपूर्ण समय के दौरान हमारे लोगों के जीवन, आजीविका और अर्थव्यवस्था की रक्षा और वृद्धि करने के लिए पहल करे।”
इसके लिए जापानी राजधानी सरकारी कर्मचारियों के लिए चार-दिवसीय कार्य सप्ताह शुरू करने जा रही है। आशा की जा रही है कि इस कल्चर से कामकाजी महिलाओं की मदद के साथ रिकॉर्ड-कम प्रजनन दर को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।