जलवायु परिवर्तन के नतीजे मौसम के बदलाव के साथ साफ नज़र आ रहे हैं। एक बार फिर से इसके डरावने परिणाम देखने को मिले। बीते वर्ष जून के बाद यह लगातार आठवां महीना है जब मौसमी रिकॉर्ड टूटा है।
रिकॉर्ड बताते हैं कि दुनिया में इस साल जनवरी का महीना सबसे गर्म रहा। जनवरी में पिछले 12 महीनों में वैश्विक औसत तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। ऐसा पहली बार हुआ है जब वैश्विक तापमान पूरे 12 महीने की अवधि के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहमत वार्मिंग सीमा को पार कर गया है।
कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस का कहना है कि जनवरी 2024 का औसत तापमान 13.14 डिग्री सेल्सियस रहा। ये पिछली सबसे गर्म जनवरी 2020 की तुलना में 0.12 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस के वैज्ञानिक मानते हैं कि पिछले 12 महीनों यानी फरवरी 2023-जनवरी 2024 का वैश्विक औसत तापमान रिकॉर्ड के अनुसार सबसे अधिक दर्ज किया गया है। यह तापमान 1850-1900 पूर्व-औद्योगिक औसत से 1.52 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि पेरिस में संयुक्त राष्ट्र की जलवायु वार्ता में देशों ने साल 2015 में ग्लोबल वार्मिंग को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने और इसे 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने का लक्ष्य तय किया था। इस स्तर को सबसे गंभीर परिणामों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण माना गया था।
विश्व में जनवरी 2024 रहा अब तक का सबसे गर्म महीना: यूरोपीय जलवायु एजेंसीhttps://t.co/BiJSDehiDv pic.twitter.com/uRFSgSqdWx
— NDTV India (@ndtvindia) February 8, 2024
कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि अब 1.5 डिग्री सेल्सियस लक्ष्य को वास्तविक रूप से पूरा नहीं किया जा सकता। ऐसे में सरकारों से लक्ष्य से अधिक मात्रा रोकने के लिए कार्बन उत्सर्जन में कटौती के लिए तेजी से कार्य करने का अनुरोध किया गया है।
कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस की उपनिदेशक सामन्था बर्गेस का कहना है कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में तेजी से कमी करके ही वैश्विक तापमान में वृद्धि को रोकने का एकमात्र तरीका है। आगे उनका सुझाव है कि आर्थिक कमजोरी और राजनीतिक दबाव ग्रीनहाउस गैसों पर अंकुश लगाने की नीतियों को लागू करने की सरकार की इच्छा को चुनौती दे रहे हैं।
भारत की बात करें तो उत्तर भारत में जम्मू-कश्मीर के कई क्षेत्रों में 43 वर्षों में यह सबसे गर्म जनवरी रही। वहीँ बर्फबारी या बारिश के मामले में भी बीते चार दशकों में श्रीनगर शहर में सबसे शुष्क जनवरी दर्ज की गई है।