निर्देशक जेम्स कैमरून ट्रंप के अमरीका से अपना सामंजस्य बैठा पाने में नाकामयाब रहे हैं और इसके चलते उन्होंने अमरीका को अलविदा कहने का फैसला लिया है।
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में जेम्स कैमरून का कहना है कि ट्रंप का अमरीका सभी सभ्य और उचित चीजों से मुंह मोड़ रहा है, जो एक बहुत ही डरावनी प्रवृत्ति है। आगे वह कहते हैं कि अगर अमरीकी अपने स्वार्थों की खातिर उच्च मानवीय मूल्यों को नीचा दिखाएंगे, तो उन्हें वैचारिक रूप से खोखला और नष्ट होने में उन्हें देर नहीं लगेगी।
कैमरून अमरीकी नागरिक बनना चाहते थे, लेकिन जब अमरीका ने युद्ध शुरू किए, तो उन्होंने इसे नापसंद किया। अब वह न्यूजीलैंड के शहरी बन गए हैं और कभी अमरीका में नहीं रहना चाहते हैं।
हॉलीवुड की यादगार फिल्मों के निर्देशक जेम्स कैमरून को “टर्मिनेटर”, “टाइटैनिक” और “अवतार” जैसी फिल्मों के हवाले से याद किया जाता है। उनकी लोकप्रियता और चाहने वाले दुनियाभर में फैले हैं जिन्हे उनकी अगली फिल्म का इन्तिज़ार रहता है।
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जेम्स कैमरून का जन्म कनाडा में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपना अधिकांश जीवन संयुक्त राज्य अमरीका में बिताया।
अपने निर्देशन के हवाले से कैमरून का कहना है कि अमरीका छोड़ने और न्यूजीलैंड में रहने के फैसले के साथ ही वह अपने काम को जारी रखेंगे। उनका कहना है कि वह कीवी देश में रहते हुए नई फिल्में बनाएँगे।
बताते चलें कि टाइटैनिक के निर्देशक के पास 2012 से साउथ वैरारापा में एक बड़ा डेयरी फार्म है और उन्होंने लंबे समय से न्यूजीलैंड में स्थायी रूप से बसने की योजना बनाई है, उन्होंने अपनी अवतार फिल्में वेलिंगटन के वेटा डिजिटल के साथ बनाई हैं, जिसके लिए विजुअल इफेक्ट्स स्टूडियो ने ऑस्कर जीता था।