इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अब अपने ही देश में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। नेतन्याहू के खिलाफ यह प्रदर्शन ऐसे समय में हो रहा है जब हमास और इजराइल के बीच युद्ध जारी है। प्रदर्शनकारी इज़रायल में जल्द चुनाव की मांग कर रहे हैं।
युद्ध को लेकर इजरायलियों के एक वर्ग में काफी असंतोष है और लोग इन हालात के लिए प्रधानमंत्री नेतन्याहू को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
इज़राइल की राजधानी तेल अवीव में हजारों लोगों ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सरकार के खिलाफ रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने इजराइल में जल्द चुनाव की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार सिर्फ अपने हित के लिए काम कर रही है। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की। नेतन्याहू की आलोचना करने वाली तख्तियां लिए इन प्रदर्शनकारियों ने देशभक्ति के गीत गाकर भी अपना विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने शहर के दूसरे हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया है। अन्य जगहों पर एक विरोध प्रदर्शन में, लोगों ने ‘बंधकों को घर लाओ’ जैसे नारे लगाते हुए सरकार से हमास द्वारा बंधक बनाए गए नागरिकों को तुरंत रिहा करने का आह्वान किया।
नेतन्याहू के खिलाफ सड़कों पर उतरे हजारों लोग, हमास संघर्ष के बीच अपने ही देश में घिरे इजरायली PM, जानिए वजह https://t.co/yPTMN9dOCL pic.twitter.com/tf8Fg225gR
— Jansatta (@Jansatta) February 19, 2024
रॉयटर्स ने इज़रायल डेमोक्रेसी इंस्टीट्यूट द्वारा किये गए सर्वे के हवाले से एक रिपोर्ट का खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक़ केवल 15 प्रतिशत इज़रायली ही गाजा युद्ध के बाद लिकुड पार्टी के बेंजामिन नेतन्याहू को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। वहीं इस ओपिनियन पोल में नेशनल यूनिटी पार्टी के नेता बेनी गैंट्ज को 23 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला है। ये सर्वे कराया गया।
इज़राइली प्रधानमंत्री ने दो टूक कह दिया है कि जब तक हमास बंधकों को रिहा नहीं करता, तब तक युद्धविराम नहीं हटाया जाएगा। नेतन्याहू ने हमास को ख़त्म करने की कसम खाई है।
इज़राइल द्वारा लगातार हमास पर हमले जारी हैं। शनिवार 17 फरवरी को इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जल्दी चुनाव कराने के फैसले को टालते हुए बताया कि 2026 तक कोई चुनाव नहीं होने हैं।
बताते चलें कि हमास ने इज़रायल के दक्षिणी हिस्से में हमला किया था। इस हमले में 1200 से ज्यादा इज़रायली नागरिकों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद 7 अक्टूबर को नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने का दावा किया था। इसके बाद से युद्ध जारी है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इज़रायली हवाई और जमीनी हमलों ने गाजा के कुछ हिस्सों को तबाह कर दिया है। इस युद्ध में अब तक करीब 30 हजार लोग मारे गए हैं। इनमे बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाऐं शामिल हैं।