संयुक्त राष्ट्र के एक पैनल ने मान लिया है कि गाज़ा में इज़रायल द्वारा किए जा रहे अत्याचार नरसंहार के बराबर हैं।
इसके समापन पर पैनल की अध्यक्षता कर रहे संयुक्त राष्ट्र में इंडोनेशिया के उप-स्थायी प्रतिनिधि हरि प्रबोवो ने इस बात पर दुख जताते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि नरसंहार पहले से ही हो रहा है।
बढ़ती अंतरराष्ट्रीय आम सहमति के बीच हरि प्रबोवो ने कहा कि अब हमारा सवाल चल रहे नरसंहार को रोकने की जिम्मेदारी है।
संयुक्त राष्ट्र पैनल ने माना कि इज़रायल ग़ज़ा में नरसंहार कर रहा हैhttps://t.co/AP5RzaW7cn
— NewsClick (@newsclickin) December 19, 2023
पैनल का शीर्षक “गाज़ा पर 2023 का युद्ध: और नरसंहार को रोकने की जिम्मेदारी” था। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 12 दिसंबर को न्यूयॉर्क शहर में उक्त पैनल को बुलाया था। इसका उद्देश्य फ़िलिस्तीनी लोगों के अविभाज्य अधिकारों के इस्तेमाल पर बनी संयुक्त राष्ट्र-शासित समिति यानी सीईआईआरपीपी को 7 अक्टूबर से गाज़ा के खिलाफ इज़रायल के सैन्य हमले के कानूनी निहितार्थों की जांच करने और नरसंहार को परिभाषित करने वाले प्रमुख कानूनी ढांचे पर प्रकाश डालने” का काम सौंपा गया था।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, इजरायली सेना ने गाजा में “मदर टेरेसा की बहनों के कॉन्वेंट” (मिशनरीज ऑफ चैरिटी) को निशाना बनाया, जिसमें 50 से अधिक विकलांग लोग रहते थे।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय आम सहमति के बावजूद फ़िलिस्तीनियों पर इज़रायली सेना की क्रूर बमबारी जारी है। 7 अक्टूबर से जारी हमलों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या 19,500 तक पहुंच गई है।