इस्राईली शासन ने लेबनान की सीमा से मिली 130 किलोमीटर लंबी प्रस्तावित सीमा दीवार का निर्माण कार्य 11 किलोमीटर तक पूरा कर लिया है। इस निर्माण कार्य की बैरूत अपनी संप्रभुता के उल्लंघन रूप में निंदा करता है।
ज़ायोनी सेना के अधिकारी के अनुसार, 9 मीटर ऊंची यह सीमा दीवार पश्चिम में भूमध्य सागर से पूरब में माउंट हर्मन क्षेत्र तक बनेगी, जिस पर लगभग 40 करोड़ 73 लाख डॉलर का ख़र्च आएगा।
यह दीवार सेंसर, कैमरे, सूचना इकट्ठा करने वाले केन्द्र और चेतावनी तंत्र से लैस होगी।
ज़ायोनी सेना के अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल इरान ओफ़ीर ने जो इस दीवार परियोजना के प्रमुख हैं, कहाः “हम स्टील के खंबों और स्टील की जाली की मदद से शीशे की बाड़ बनाएंगे। दीवार के ऊपर कैमरे लगे होंगे।”
लेबनान ज़ायोनी शासन द्वारा इस सीमा दीवार के निर्माण को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन कहता है क्योंकि यह दीवार लेबनान के क्षेत्र से गुज़रेगी जो संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा नामित ब्लू लाइन के उस पर स्थित है। यह ब्लू लाइन सन 2000 में दक्षिणी लेबनान से इस्राईल के बाहर निकलने की सीमा तय करती है।
इस्राईली अधिकारियों का दावा है कि यह सीमा दीवार उसके अतिग्रहण वाले क्षेत्र के भीतर से गुज़रती है।