नई दिल्ली। पाकिस्तान सीमा पर ही नहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी साजिशें रच रहा है। पाकिस्तानी जासूस महमूद अख्तर ने खुलाया किया है कि पाकिस्तानी उच्चायोग में 16 आईएसआई जासूस मौजूद हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने देश की राजधानी दिल्ली में जासूसी का बड़ा अड्डा बना लिया है। पाकिस्तानी जासूस महमूद अख्तर ने दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियों की साझा पूछताछ में खुलासा किया है कि पाकिस्तानी हाई कमीशन में एक दो नहीं…।बल्कि पूरे सोलह लोग जासूसी में शामिल हैं। isi spy
सूत्रों के मुताबिक महमूद ने पूछताछ में सैयद फारुक, खादिम हुसैन, मुदासिर इकबाल और सैयद अता के नाम लिए हैं। दिल्ली पुलिस इन नामों को जांच रही है और ये भी पता लगा रही है कि कहीं साजिश के तहत तो ये नाम नहीं लिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक ये लोग सेना और दूसरे सुरक्षाबलों की खुफिया जानकारी आईएसआई को भेजने का काम कर रहे हैं।
महमूद अख्तर पाक हाईकमीशन में वीजा अधिकारी था और पिछले ही हफ्ते उसे दिल्ली पुलिस ने जासूसी के आरोप में खुफिया दस्तावेजों के साथ पकड़ा था। पूछताछ के बाद उसे डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी की वजह से छोड़ दिया गय़ा था।
जासूसी के रैकेट में अब तक चार लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मौलाना रमजान, सुभाष जांगिड़ के अलावा जोधपुर से शोएब नाम का वीजा एजेंट भी पकड़ा गया था। बाद में समाजवादी पार्टी सांसद मुनव्वर सलीम का पीए फरहत को भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
- महमूद अख्तर ने पाक उच्चायोग में रहकर जासूसी का जाल बिछाया
- जाल में सबसे पहले फंसा जोधपुर का वीजा एजेंट शोएब
- इसी शोएब ने जोधपुर से डेढ़ सौ किलोमीटर दूर नागौर के दो लोगों को पैसों का लालच देकर फंसाया
- ये थे नागौर का इस्लाम प्रचारक मौलाना रमजान खान
- और नागौर का दुकानदार सुभाष जांगिड़
- महमूद के रैकेट में सांसद का पीए फरहत भी शामिल था
फिलहाल इस वक्त पुलिस के रडार पर सांसद का पूर्व पीए फरहत है, शक है कि फरहत संसद की अहम जानकारियां महमूद अख्तर के जरिए पाकिस्तान को पहुचा रहा था। फरहत ने राजस्थान के नागौर में और कई संदिग्ध जासूसों के नाम लिए है जिनकी तलाश में राजस्थान में छापेमारी हो रही है।