वैसे तो टूथपेस्ट हमारे दिन की शुरुआत और समापन करता है और दांतों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि टूथपेस्ट मुंह में पाए जाने वाले कारगर बैक्टीरिया के लिए खतरनाक हो सकता है।
आरसीएसआई यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन एंड हेल्थ साइंसेज के नैम कोफे, अल्बर्ट लेउंग और इसाबेल ओलीगारियो द्वारा किए गए शोध में पाया गया कि इंसान के मुंह में 700 से अधिक प्रजातियों के बैक्टीरिया मौजूद हैं।
मुंह में मौजूद बैक्टीरिया pH स्तर को बनाए रखने, भोजन को घोलने और प्राकृतिक रोगाणुरोधी यौगिकों के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार, कई टूथपेस्टों में फ्लोराइड होता है, जो दांतों में सड़न से बचाता है और दांतों के इनेमल को मजबूत बनाता है।
इस अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि फ्लोराइड एसिड बनाने वाले बैक्टीरिया को दांतों को नुकसान पहुंचाने से भी रोकता है।
शोध के अनुसार, टूथपेस्ट में मौजूद जीवाणुरोधी एजेंट मुंह में मौजूद लाभदायक और हानिकारक दोनों प्रकार के बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं। परिणामस्वरूप, इससे मुंह के अंदर जीवाणुओं का वातावरण बाधित हो सकता है।
मुंह में मौजूद बैक्टीरिया आपके मौखिक माइक्रोबायोम का हिस्सा हैं, जो सूक्ष्मजीवों का एक जटिल समुदाय है जिसमें आर्किया, कवक और वायरस भी शामिल हैं।
यह बैक्टीरिया भोजन और पेय पदार्थों से कार्बोहाइड्रेट को तोड़ते हैं, जिससे एसिड निकलता है जो आपके लार के pH को कम कर देता है।
अनुसंधान दल के अनुसार, बैक्टीरिया के बारे में बढ़ती समझ से भविष्य में सामान्य बैक्टीरिया के बजाय हानिकारक बैक्टीरिया को लक्षित करने वाले विशेष टूथपेस्टों का विकास संभव हो सकेगा।