भारतीय दूतावास ने सुरक्षा कारणों के चलते ईरान की राजधानी तेहरान में मौजूद भारतीय छात्रों को शहर से बाहर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। इसके अलावा, यात्रा करने में सक्षम भारतीय नागरिकों को भी सलाह दी गई है कि वे हालात को देखते हुए तेहरान छोड़ दें।
भारतीय दूतावास यहाँ के भारतीय समुदाय के संपर्क में रह कर उन्हें हर संभव सहायता देने की कोशिश कर रहा है। भारतीय नागरिकों का एक जत्था ईरान-आर्मेनिया सीमा के रास्ते देश से बाहर निकल रहा है और उसे यहाँ से बाहर निकलने में भी मदद की गई है।
ईरान में तक़रीबन 1500 कश्मीरियों सहित 10 हजार भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इनमे से अधिकतर मेडिकल की पढ़ाई के लिए यहाँ आए हैं। पिछले दिनों ईरान-इस्राइल के बीच बढ़े सैन्य तनाव के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने ईरान से भारतीय छात्रों को सुरक्षित वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इनमे से तीन विश्वविद्यालयों के छात्रों को फिलहाल सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया है जबकि अन्य छात्रों को भी सुरक्षित इलाक़ों में शिफ्ट किया जा रहा है।
इजराइल और ईरान के बीच पांचवें दिन भी संघर्ष जारी है। ऐसे में तेहरान से बाहर जाने वाले मार्गों पर लंबा जाम देखा जा रहा है। कुछ लोग कैस्पियन सागर इलाके की तरफ बढ़ रहे हैं। इस बीच तेहरान के गैस स्टेशनों पर भी लंबी कतारें नज़र आ रही हैं।
भारतीय दूतावास ने ईरान में उन सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया है जो तेहरान में हैं और दूतावास के संपर्क में नहीं हैं कि वे तुरंत दूतावास से संपर्क करें और अपना स्थान और संपर्क नंबर प्रदान करें। संपर्क नंबर +989010144557, +989128109115 और +989128109109 हैं। दूतावास का कहना है कि स्थिति बदलने के साथ हालत के आधार पर एडवाइजरी जारी की जा सकती हैं।
ईरान की सरकार की ओर से इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि हालात काबू में है। इस बीच ईरान के टॉप सैन्य अधिकारी मेजर जनरल अली शादमानी की एक हवाई हमले में मौत हो गई है। यह जानकारी ईरान की सेना ने दी है।
बताते चलें कि शादमानी ईरान की खतम-अल-अनबिया हेडक्वार्टर्स यानी सैन्य आपात कमान के प्रमुख थे और उन्होंने 4 दिन पहले ही यह पद संभाला था। उन्हें मेजर जनरल गुलाम अली राशिद की जगह यह जिम्मेदारी दी गई थी। राशिद की इजराइली हमले में पिछले शुक्रवार को मौत हो गई थी।
इस बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग खत्म करने के बारे में कहा है कि अयातुल्ला खामेनेई की हत्या से जंग बढ़ेगी नहीं, बल्कि खत्म होगी।
बताते चलें कि इजराइली हमलों में अब 224 ईरानी मारे जा चुके है, जबकि 1,481 लोग घायल हुए हैं। वहीं, इजराइल में अब तक 24 लोग मारे गए हैं, जबकि 600 से ज्यादा के घायल होने के समाचार मिले हैं।
इस बीच संयुक्त राज्य अमरीका ने अपने नागरिकों को तुरंत ईरान छोड़ने के निर्देश जारी किए हैं। अमरीकी विदेश विभाग का कहना है कि अमरीकी नागरिकों को किसी भी परिस्थिति में ईरान की यात्रा नहीं करनी चाहिए।