भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है। यह जानकारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को संसद के संयुक्त सत्र के संबोधन में दी।
संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत का मेट्रो नेटवर्क अब एक हजार किलोमीटर के माइलस्टोन को पार कर चुका है। मेट्रो नेटवर्क के मामले में भार अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।
बताते चलें कि पिछले दिनों दिल्ली में रिठाला-नरेला-कोंडली कॉरिडोर का काम शुरू किया जा चुका है। यह दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के बड़े सेक्शन में से एक होगा।
संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि देश का मेट्रो रेल नेटवर्क अब एक हज़ार किलोमीटर के मील के पत्थर को पार कर चुका है।
राष्ट्रपति ने इस दौरान पिछले छह महीनों में केंद्र सरकार द्वारा भविष्य के बुनियादी ढांचे में रिकॉर्ड निवेश किए जाने की बात भी कही।
राष्ट्रपति ने कहा- “मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना पूरी हो गई है और अब देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलवे लाइन से जुड़ जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल बनाया गया है।”
राष्ट्रपति ने अपने इस संबोधन में रेल नेटवर्क के विस्तार पर भी बात की। उन्होंने बताया कि आज देश में कई वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनें चलाई जा रही हैं। आगे उन्होंने पिछले छह महीनों में 17 नई वंदे भारत ट्रेनें और एक नमो ट्रेन शुरू किए जाने की भी जानकारी दी।
राष्ट्रपतीं ने सरकार द्वारा तेजी से काम का हवाला देते हुए बताया कि पिछले एक दशक में विकसित भारत की यात्रा को भी नई ऊर्जा मिली है।