कनेक्टिकट: अमेरिका में छोटे कद के पुरुष अपनी लंबाई बढ़ाने के लिए सर्जरी की ओर रुख कर रहे हैं। या कह सकते हैं कि कुछ छोटे कद के लोग वास्तव में अपनी ऊंचाई के बारे में जागरूक होने के साथ इसके हल भी निकाल रहे हैं।
येल लिंब रेस्टोरेशन एंड लेंथिंग प्रोग्राम के सह-निदेशक डॉ. डेविड फर्मबर्ग ने कहा कि अंगों को लंबा करने की प्रक्रिया दशकों से चली आ रही है और आमतौर पर उन बीमारियों और जन्म दोषों को ठीक करने के लिए उपयोग की जाती है जिनमें दोनों पैर या एक पैर छोटा होता है।
इस प्रक्रिया में एक आर्थोपेडिक सर्जन एक व्यक्ति के पैर में हड्डी की सर्जरी है, जिससे रक्त की आपूर्ति बरकरार रहती है, और फिर हड्डी की लंबाई के नीचे एक टाइटेनियम रॉड डाली जाती है।
हालांकि, फर्मबर्ग ने कहा कि हाल की नई तकनीक ने पैर की हड्डी में डाली गई टेलीस्कोपिंग रॉड की मदद से एक या दोनों पैरों मेंलम्बाई बढ़ाना बहुत आसान बना दिया है। इस प्रक्रिया की बदौलत अब क़द के प्रति जागरूक लोगों का इस ओर रुझान बढ़ा है और वह इस सर्जरी को करने में अपनी उत्सुकता दिखा रहे हैं।
भारत में अंगों को लंबा करने वाली सर्जरी दुर्घटनाओं या जन्मजात मुद्दों के कारण भी होती हैं। यहाँ भी अब लोगों का इस तरफ रुझान हुआ है और परिणामस्वरूप कई व्यक्तियों द्वारा इसका लाभ उठाया गया है। ये सर्जरी ज्यादातर 18-25 वर्ष की आयु के लोगों के लिए की जाती है, या फिर किसी दुर्घटना के परिणामस्वरूप कोई आपात स्थिति न हो।
इस सर्जरी के लिए आमतौर से 1.5 लाख से 8.5 लाख की लागत आती है। ये उपचार के प्रकार और विभिन्न अन्य जटिल पहलुओं पर निर्भर करता है। इन सर्जरी की सफलता दर आमतौर पर 95% होती है।