संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ग़ाज़ा में हुई हत्याओं और विनाश को इतिहास की सबसे खराब स्थिति बताया है।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में इस धारणा का खंडन किया कि संयुक्त राष्ट्र भविष्य में गाजा का प्रशासन अपने हाथ में ले लेगा या फिर वहां शांति मिशन तैनात किया जाएगा।
गुटेरेस ने कहा कि वैश्विक संस्था संभावित युद्ध विराम की निगरानी के लिए तैयार है, लेकिन संदेह है कि इजरायल इस पर सहमत होगा? उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष को समाप्त करने के लिए दो-राज्य समाधान का आग्रह किया।
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि वह ग़ाज़ा में किसी भी युद्धविराम की निगरानी के लिए तैयार हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या पार्टियां, खासकर इज़राइल, इसके लिए तैयार होंगे।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने फिलिस्तीन के दो-राज्य समाधान पर जोर दिया और कहा कि टू-स्टेट समाधान उस समस्या का एकमात्र और व्यहवार में लाया जा सकने वाला समाधान है जो लंबे समय से मध्य पूर्व में शांति के लिए खतरा बना हुआ है।
महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि यह सोचना “अवास्तविक” है कि संयुक्त राष्ट्र गाजा के भविष्य में कोई भूमिका निभा सकता है, चाहे वह क्षेत्र का प्रशासन करके हो या शांति सेना प्रदान करके। आगे उन्होंने स्पष्ट किया कि इजरायल संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने गाजा में हत्याओं और विनाश को रोकने का आह्वान करते हुए कहा कि गाजा इस समय जो पीड़ा झेल रहा है उसकी कोई मिसाल नहीं दी जा सकती है।
बताते चलें कि 7 अक्टूबर को हमास के एक हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए और 251 बंधकों बना लिए गए। गाजा में हमास को नष्ट करने और बंधकों को मुक्त करने के लिए इज़रायल की सैन्य प्रतिक्रिया 11 महीने से जारी है। इसमें संघर्ष विराम वार्ता में कोई सफलता नहीं मिली, और पश्चिमी तट में हिंसा नए शिखर पर पहुंच चुकी है।