यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने यूक्लिड अंतरिक्ष टेलीस्कोप से प्राप्त पहला डेटा जारी किया है। इस डेटा के हवाले से अनुमान लगाया जा रहा है कि डार्क मैटर और डार्क एनर्जी को समझने में मदद मिलेगी।
नासा के योगदान के साथ ईएसए (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) के नेतृत्व में यूक्लिड मिशन का उद्देश्य यह पता लगाना है कि हमारा ब्रह्मांड इतनी तेजी से क्यों फैल रहा है। खगोलविद इस घटना के अज्ञात कारण को संदर्भित करने के लिए “डार्क एनर्जी” शब्द का उपयोग करते हैं, और यूक्लिड इसके बारे में अधिक जानने के लिए अरबों आकाशगंगाओं की तस्वीरें लेगा। मिशन के डेटा का एक हिस्सा बुधवार, 19 मार्च को ईएसए द्वारा जनता के लिए जारी किया गया था।
यूक्लिड की तस्वीरों को एक सप्ताह तक देखने पर 26 मिलियन आकाशगंगाएँ जानकारी में आई हैं, जिनमें सबसे दूर 10.5 बिलियन प्रकाश वर्ष से ज़्यादा दूरी पर है।
नासा के योगदान से यह मिशन ब्रह्मांड के इतिहास पर नजर डाल रहा है ताकि यह समझा जा सके कि ब्रह्मांड के विस्तार में किस प्रकार परिवर्तन आया है। प्राप्त प्रारंभिक आंकड़ों में आकाश के तीन भाग दिखाई दिए तथा प्रत्येक भाग में आकाशगंगाओं के समूह थे। प्रत्येक चित्रित भाग पृथ्वी से देखे गए चंद्रमा के आकार से 300 गुना बड़ा था।
प्रस्तुत आंकड़े एक सप्ताह के अवलोकनों पर आधारित हैं, जिसमें तीनों क्षेत्रों का स्कैन शामिल था, लेकिन अवलोकन में 10.5 बिलियन प्रकाश वर्ष की दूरी पर 26 मिलियन आकाशगंगाएँ देखी गईं।
आकाश के एक तिहाई भाग का स्कैन करने के बाद, यूक्लिड से ब्रह्मांड का सम्पूर्ण मानचित्र तैयार करने की उम्मीद की जा रही है।
बुधवार को जारी की गई विभिन्न आकृतियों और आकारों की 3 लाख 80 हज़ार से अधिक आकाशगंगाओं पर आधारित पहली विस्तृत सूची को सर्पिल भुजाओं और केंद्रीय पट्टियों जैसी विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत किया गया था।
2023 में फ्लोरिडा से छह साल के मिशन पर प्रक्षेपित किया जाने वाला यूक्लिड एक परिक्रमा करने वाला वेधशाला है, जो ब्रह्मांड के विस्तार, समय के साथ इसकी संरचना, गुप्त ऊर्जा और गुप्त पदार्थ तथा बड़े पैमाने पर गुरुत्वाकर्षण की भूमिका पर डेटा एकत्र कर रहा है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी में विज्ञान निदेशक एवं खगोल भौतिक विज्ञानी कैरोल मुंडेल ने यूक्लिड को “अंधेरा जासूस” (Dark Detective) कहा और कहा कि अब हम ब्रह्मांड के बारे में केवल 5 प्रतिशत ही समझ पाए हैं। शेष 95 प्रतिशत हिस्सा अंधकारमय एवं अज्ञात है।