संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि सऊदी सैनिक यमन में अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन करते हुए आवासीय इलाक़ों पर क्लस्टर बम मार रहे हैं।
इसी प्रकार मानवाधिकार परिषद ने यमन में ज़्यादातर नागरिकों के मारे जाने के लिए रियाज़ को ज़िम्मेदार बताया है।
ज्ञात रहे 26 मार्च 2015 से यमन पर सऊदी अरब का अतिक्रमण जारी है।
गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त ज़ैद रअद ज़ैद अलहुसैन ने संकट ग्रस्त यमन में मानवाधिकार के हनन के मामलों की एक आज़ाद अंतर्राष्ट्रीय संगठन से जांच कराने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की स्पष्ट अन्यायपूर्ण स्थिति को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं कर सकता।
ज्ञात रहे 6 मई 2016 को ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमरीका की सऊदी अरब को क्लस्टर बम बेचने के कारण आलोचना की थी। इस संगठन ने रियाज़ से भी इन बमों का इस्तेमाल रोकने की मांग की थी क्योंकि ये बम नागरिकों की जान के लिए बहुत बड़ा ख़तरा समझे जाते हैं।
उधर यमनी फ़ोर्सेज़ ने सऊदी अरब की दक्षिण-पश्चिमी सीमा नजरान में सऊदी सेना की एक पोस्ट को अपने नियंत्रण में ले लिया है। इस दौरान सऊदी सेना को भारी नुक़सान पहुंचा।