हिंदी दिवस मनाने की आधिकारिक शुरुआत 14 सितंबर 1953 से हुई। तब से हर साल इस दिन को राष्ट्रीय हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
स्वतंत्र देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1953 में संसद भवन में 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की थी।
26 जनवरी, 1950 को संसद के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को प्राथमिक भाषा माना गया। इसी वर्ष आने वाली पहला हिंदी सिनमे राजा हरिश्चंद्र था।
हिंदी नाम की उत्पत्ति फारसी के शब्द हिंद से हुई है। हिंदी को ‘संबंध भाषा’ के नाम से भी जाना जाता है। इस में अवधी और ब्रज भाषा का सहित कई स्थानीय भाषाओं का भी समावेश है। हिंदी खड़ी बोली की पहली कविता के रचनाकार प्रख्यात सूफी कवि अमीर खुसरो थे।
भारत में हिंदी दिवस दो बार मनाया जाता है, इसका कारण है कि विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को पूरी दुनिया में मनाया जाता है, इस तरह भारत में हिंदी दिवस दो बार मनाया जाता है।
विश्व में हिंदी बोलने और समझने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए हिंदी तीसरे स्थान पर है। जबकि हिंदी पढ़ने, बोलने, समझने वाले लोग सारी दुनिया में हैं।
हिंदी से जुड़ी कुछ ख़ास जानकारी
- वैश्विक हिंदी शोध संस्थान, देहरादून द्वारा प्रस्तुत शोध रिपोर्ट 2023 का 19वां संस्करण हिंदी को विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा बताता है।
- हिंदी नाम की उत्पत्ति फारसी के शब्द हिंद से हुई है, जिसका अर्थ है सिंधु नदी की भूमि। ग्यारहवीं शताब्दी के प्रारम्भ में गंगा के मैदान और पंजाब पर आक्रमण करने वाले फारसी भाषी तुर्कों ने सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को हिंदी नाम दिया।
- हिंदी खड़ी बोली में पहली लिखी जाने वाली कविता प्रसिद्ध सूफी कवि ‘अमीर खुसरो’ ने रची थी।
- हिंदी भाषा के इतिहास पर किताब लिखने वाले पहले लेखक एक फ्रांसीसी लेखक ग्रासिम डी तैसी थे।
- हिंदी भारत की एक आधिकारिक भाषा है जबकि संयुक्त अरब अमीरात में इसे मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक भाषा का दर्जा मिला है।
- वर्ष 1977 में देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा में भाषण देते हुए हिंदी के प्रति सम्मान व्यक्त किया था।
- संयुक्त राज्य अमरीका के 45 विश्वविद्यालय सहित अन्य देशों के तकरीबन 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी का पढ़ाई जा रही है।
- वर्ष 2009 में गूगल ने हिंदी को अपने सर्च इंजन में शामिल किया।