हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस समय कारोबारी दुनिया में तहलका मचा दिया है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में शेयरों के भाव गलत तरीके से कंट्रोल करने का आरोप लगाया है। इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद से एशिया के सबसे अमीर आदमी गौतम अडानी के अडानी ग्रुप के शेयर लगातार गिरावट नज़र आ रही है। इस गिरावट के चलते अडानी ग्रुप को भारी नुकसान हो रहा है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट की रिसर्च को गलत बताते हुए अडानी ग्रुप ने इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार की बात कही है। जबकि दूसरी 26 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप को चुनौती देते हुए कहा है कि वह अपनी रिपोर्ट पर कायम हैं और कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की स्थापना वर्ष 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी। ये फार्म इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव का विश्लेषण करती है। हिंडनबर्ग अपनी वेबसाइट पर स्पष्ट करते हैं कि उनका काम मानव निर्मित आपदाओं और वित्तीय गड़बड़ियों की जाँच पड़ताल करना है।
Hindenburg Report on Adani Group: कभी एंबुलेंस ड्राइवर थे एंडरसन, जानिए हिंडरबर्ग की स्थापना करने वाले की कहानी https://t.co/Urple08oSj
— Jansatta (@Jansatta) January 28, 2023
हिंडनबर्ग एक जर्मन एयरशिप का नाम था। 1937 में हिंडनबर्ग एयरशिप में आग लग जाने के कारण 35 लोगों की मौत हो गयी थी। यहाँ विशेष बात ये थी कि इस हादसे को टाला जा सकता था मगर ऐसा नहीं किया गया। इसी हादसे की याद में फार्म का नाम रखा गया।
यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकट से इंटरनेशनल बिजनेस में ग्रेजुएट नाथन एंडरसन इस फार्म के फाउंडर हैं। एंडरसन ने अपनी करियर की शुरुआत एक डेटा कंपनी फैक्टसेट रिसर्च सिस्टम्स इंक से की थी। वॉल स्ट्रीट जर्नल में दिए अपने एक इंटरव्यू में एंडरसन ने खुलासा किया था कि काफी पहले वह इजराइल में एम्बुलेंस चलाते थे।