तेहरान : ईरान में शनिवार को वार्षिक सैन्य परेड पर आतंकवादियों के हमले में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 29 लोग मारे गए। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। ईरान ने क्षेत्र में अमेरिका के एक सहयोगी पर हमले का आरोप लगाया है। दक्षिण पश्चिमी शहर अहवाज में यह हमला तब हुआ जब देश ने पूर्व इराकी शासक सद्दाम हुसैन के कार्यकाल के दौरान इराक के साथ हुए 1980-1988 के युद्ध की शुरुआत की वर्षगांठ मनाई।
इराक के साथ 8 वर्षीय युद्ध की समाप्ति के बाद पूरे देश में इसकी 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर परेड का आयोजन किया गया। यह परेड भी उसी का हिस्सा थी। ईरान-इराक युद्ध सितंबर 1980 में शुरू हुआ था और अगस्त 1988 में समाप्त हुआ था। कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने घटना के लिए अमेरिका के समर्थन वाली ‘विदेशी ताकतों’ को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘विदेशी ताकतों द्वारा भर्ती, प्रशिक्षित, सशस्त्र और भुगतान किए गए आतंकवादियों ने अहवाज में हमला किया। ईरान क्षेत्र में आतंकवाद के संरक्षकों और उनके अमेरिकी आका को इस हमले के लिए जिम्मेदार मानता है।’ वहीं, न्यूज एजेंसी इरना ने खुजेस्तान के गवर्नर गुलाम-रजा शरिआती के हवाले से कहा, ‘इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स और बसीजी फोर्स की तरह कपड़े पहने हुए आतंकवादियों ने परेड के दौरान गोलीबारी की।’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हमला सुबह 9 बजे शुरू हुआ। इस घटना में 4 बंदूकधारियों के शामिल होने की बात कही जा रही है। हमलावरों ने परेड के पास ही स्थित एक पार्क से गोली चलाई। वे सेना की वर्दी पहने हुए थे। बताया जा रहा है कि इस हमले में शामिल 4 आतंकियों में से 2 को मार डाला गया है और बाकी 2 को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए आतंकियों में से एक घायल है।
हमले के बाद राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ‘कड़ा जवाब’ देने की चेतावनी दी। रूहानी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर कहा, ‘इस छोटे से खतरे पर ईरान का जवाब कड़ा होगा। जिन लोगों ने इन आतंकवादियों को सहयोग दिया, उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।’
सरकारी टेलीविजन ने बताया कि 29 लोग मारे गए और 57 अन्य घायल हुए हैं। आधिकारिक समाचार एजेंसी इरना ने बताया कि मारे गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। कई घायलों की हालत गंभीर है। हमले के शिकार लोग परेड देखने पहुंचे थे। सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबोल्फज्ल शेकारची ने कहा, ‘चार आतंकवादियों में तीन को मौके पर ही ढेर कर दिया गया तथा चौथा अन्य घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।’
खुजेस्तान के उप गवर्नर अली हुसैन ने बताया कि मारे गए लोगों में ‘आठ से दस’ सैनिकों के साथ एक पत्रकार भी शामिल है। जरीफ ने यह स्पष्ट नहीं किया कि हमले के लिए कौन-सा क्षेत्रीय देश जिम्मेदार है, लेकिन ईरान के एलीट रेवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा कि हमलावर चिर प्रतिद्वंद्वी सुन्नी देश सऊदी अरब द्वारा वित्त पोषित थे।
बता दें कि इससे पहले पिछले साल भी इस्लामिक स्टेट के हमले में ईरान में 18 की मौत और 50 से अधिक लोग घायल हुए थे। 7 जून 2017 को हुए उस अटैक में संसद में बंदूक, अत्याधुनिक रायफल और विस्फोटक के साथ हमला किया गया था। उस वक्त संसद का सत्र भी चल रहा था।