अहमदाबाद। कांग्रेस समर्थित पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) नेता हार्दिक पटेल को रविवार को उनके आठ अन्य साथियों के साथ अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उनके आवास के निकट से उस समय हिरासत में ले लिया जब वह बिना अनुमति के अनशन के लिए निकल रहे थे।
इन सभी को इस मामले में गिरफ्तारी के बाद फिर से रिहा कर दिया गया लेकिन इनमें से एक तथा अगस्त 2015 में पाटीदार रैली के बाद हुई हिसा के सिलसिले में यहां दर्ज राजद्रोह के मामले में हार्दिक के साथ एक सह आरोपी अल्पेश कथिरिया को फिर से इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।
अहमदाबाद अपराध शाखा द्वारा देशद्रोह के एक पुराने मामले में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता अल्पेश कठेरिया को गिरफ्तार करने के विरोध में भीड़ ने रविवार रात सूरत में बीआरटीएस की एक बस फूंक दी और एक बस स्टैंड पर तोड़फोड़ की जिससे शहर में तनाव पैदा हो गया। योगी चौक इलाके में बस को आग लगाई गई और वरच्छा इलाके में बस स्टैंड पर तोड़फोड़ की गई।
भीड़ ने सड़कों पर टायर भी फूंके और पथराव किया। कठेरिया को अहमदाबाद में अपराध शाखा ने उस समय गिरफ्तार किया जब वह सांकेतिक उपवास पर बैठने जा रहे थे। सूरत पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस हिसा के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। उनके संदिग्ध समर्थकों ने सूरत के पूना इलाके में एक बीआटीएस सिटी बस को आग लगा दिया तथा दो अन्य पर पथराव और तोडफोड़ की।