नई दिल्ली, मैट्रो किराए में राहत मिलने की उम्मीद, भारी विरोध के बाद सरकार दबाव में. सालभर के अंदर दूसरी बार मेट्रो के किराए में बढ़ोत्तरी के विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार इसमें कमी करने का मन बना रही है. अब मोदी सरकार मेट्रो किराए को कम करने को लेकर विचार कर रही है. सूत्रों के मुताबिक शहरी विकास मंत्रालय 5-12 किमी और 12-21 किमी के स्लैब के मेट्रो किराए में कटौती पर विचार कर रहा है.
अगर सूत्रों की माने तो दोनों स्लैब के किराए में 5-5 रुपये की कटौती हो सकती है. 5-12 किमी का किराया 20 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये किया गया है, जबकि 12- 21 किमी के स्लैब का किराया 30 रुपये से बढाकर 40 रुपये किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक शहरी विकास मंत्रालय दोनों स्लैब में इस संबंध में price fixation committee को फैसले पर पुनर्विचार के लिए जल्द कह सकती है. इसके अलावा शहरी विकास मंत्रालय दिल्ली मेट्रो ट्रेन में वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों के लिए किराये के लिए नई स्कीम भी ला सकती है.
पांच माह में दोगुना हुआ मेट्रो किराया
दिल्ली मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी के मामले में दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) बोर्ड ने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद मेट्रो किराए में वृद्धि लागू हो गई थी. दिल्ली मेट्रो के किराए में एक साल के भीतर यह दूसरी बढ़ोतरी है. बढ़े हुए किराये का पहला फेज़ लागू होने से पहले मेट्रो का न्यूनतम किराया आठ रुपये था, जो अब 10 रुपये हो गया है. जबकि अधिकतम किराया 30 रुपये होता था, जो मई में 50 रुपये किया गया और अब तीन अक्टूबर के बाद 60 रुपये हो गया है.
दिल्ली सरकार कर रही है कड़ा विरोध
दिल्ली मेट्रो में किराया बढ़ोत्तरी का केजरीवाल सरकार कड़ा विरोध कर रही है. सालभर के अंदर दिल्ली मेट्रो के किराये में दूसरी बार वृद्धि के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) ने बुधवार से पूरे शहर में प्रदर्शन करने की घोषणा की. मामले को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच तनातनी जारी है. रविवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री को बाकायदा चिट्ठी लिखकर मेट्रो किराये का नया फॉर्मूला तक दे दिया, ताकि किराया न बढ़ाया जाए.
सिसोदिया ने जताई घोटाले की आशंका
दिल्ली मेट्रो का किराया बढ़ने पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार से कारण बताने की मांग की. सिसोदिया ने कहा कि मेट्रो किराया सिर्फ निजी टैक्सी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए बढ़ाया गया है. मेट्रो किराया बढ़ने पर लोग प्राइवेट टैक्सियों का इस्तेमाल करेंगे.
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री सिसोदिया ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार निजी कंपनियों के हाथों बिक गई है. सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली मेट्रो ही नहीं बल्कि दुनिया भर के मेट्रो मुनाफे में रहते हैं, क्योंकि इसमें भ्रष्ट नेताओं को रिश्वत नहीं देना होता है. सिसोदिया ने इस पूरे मामले में घोटाले की आशंका जताई है