फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दुनिया के सबसे बड़े और व्यस्ततम शहर पेरिस में लूवर संग्रहालय के विस्तार की घोषणा की है। इस बदलाव के तहत 2031 तक सीन नदी के पास एक नया प्रवेश द्वार बनाना और भूमिगत कमरे तैयार कराना शामिल है। मैक्रों ने यह घोषणा उस कमरे से की जहां फिलहाल मोनालिसा प्रदर्शित की गई है।
परियोजना के अंतर्गत, 16वीं शताब्दी के इतालवी कलाकार लियोनार्डो दा विंची द्वारा चित्रित प्रसिद्ध कृति मोना लिसा को एक अलग, नए प्रदर्शनी हॉल में स्थानांतरित किया जाएगा।
मैक्रों ने कहा कि संग्रहालय में एक नया प्रवेश द्वार भी बनाया जाएगा, ताकि सालाना नौ मिलियन से अधिक पर्यटकों की भीड़ को मैनेज किया जा सके, परियोजना की लागत का एक हिस्सा यूरोपीय संघ के बाहर के पर्यटकों के लिए टिकट की कीमतों में वृद्धि से पूरा किया जाएगा जो 2026 से लागू किया जाएगा।
साल 1980 के दशक के नवीनीकरण के समय इस म्यूजियम को 40 लाख वार्षिक आगंतुकों के हिसाब से बनाया गया था। जबकि पिछले साल यहाँ 87 लाख लोग आए।
इस परियोजना का उद्देश्य प्रतिवर्ष 12 मिलियन से अधिक पर्यटकों का अधिक आरामदायक वातावरण में स्वागत करना है। हालाँकि अभी तक इस परियोजना की लागत नहीं बताई, लेकिन अनुमान के मुताबिक़, इसमें सैकड़ों मिलियन यूरो खर्च होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि इस परियोजना के पूरा होने से विश्व के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले म्यूजियम को आधुनिक बनाया जा सकेगा। वर्तमान में यह स्थल भीड़भाड़ और पुरानी सुविधाओं की समस्या से जूझ रहा है।
अब यह म्यूजियम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार नहीं है। इससे पहले लूवर का आखिरी बड़ा बदलाव 1980 के दशक में किया गया था, जब कांच का प्रसिद्ध पिरामिड बनाया गया था। साल 1980 के दशक के नवीनीकरण के समय इस म्यूजियम को 40 लाख वार्षिक आगंतुकों के हिसाब से बनाया गया था। जबकि पिछले साल यहाँ 87 लाख लोग आए, जिनमें से तीन-चौथाई विदेशी थे जो चीन, अमरीका चीन और यूरोप के पड़ोसी देशों से आए थे।