घर का भेदी लंका ढाये की तर्ज़ पर संयुक्त राज्य अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मामले में उपराष्ट्रपति माइक पेंस अहम गवाह बन गए हैं।
माइक पेंस ने कहा है कि जो व्यक्ति खुद को संविधान से परे समझता है उसे राष्ट्रपति बनने का कोई अधिकार नहीं है।
अपने बयान में पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा कि ट्रंप ने चुनाव नतीजे वाले दिन और उसके बाद जो कुछ भी कहा वह झूठ है और देश के संविधान के खिलाफ है। उन्होंने आगे कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने मुझसे कहा कि मैं उन्हें संविधान से ऊपर रखूं।
माइक पेंस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के आसपास जमा बेवकूफ वकील उन्हें मीठी-मीठी बातें सुना रहे हैं, ऐसे व्यक्ति को कभी भी अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं बनना चाहिए।
ट्रंप के खिलाफ 2020 चुनाव पलटने की कोशिश के आरोप, पावर ट्रांसफर चाहते थे रोकना
— AajTak (@aajtak) August 2, 2023
अमरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि चुनाव नतीजों को पलटने की कोशिश के लिए डोनाल्ड ट्रंप को अयोग्य ठहराया जाना चाहिए।
बता दें कि माइक पेंस ने राष्ट्रपति चुनाव नतीजों को खारिज करने से इनकार कर दिया था। 2020 के अमेरिकी चुनाव के परिणामों को पलटने के डोनाल्ड ट्रम्प के प्रयासों की जांच कर रहे विशेष वकील ने 45 पेज की चार्जशीट दायर की है।
इसमें पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ चार आरोप हैं- अमेरिका को धोखा देने की साजिश, आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश, किसी आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालना और बाधा डालने का प्रयास करना और अधिकारों के खिलाफ साजिश।