मुंबई: 02 नवंबर: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने उनके मुंबई कार्यालय में पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। अनिल देशमुख ने साल की शुरुआत में अपने खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों के विवाद के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने जांच एजेंसी के सम्मन को रद्द करने की अपील की थी मगर बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें राहत देने से इनकार कर दिया था।
पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख से धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को देर रात तक पूछताछ की। देशमुख अपने वकील के साथ सुबह दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट इलाके में स्थित ईडी के कार्यालय में आए थे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता काफी रात बीतने तक ईडी के कार्यालय में थे। सोमवार को जारी किए गए एक वीडियो में 71 वर्षीय एनसीपी नेता देशमुख ने कहा था कि “मेरे खिलाफ सभी आरोप झूठे हैं।”
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने महाराष्ट्र पुलिस प्रतिष्ठान में 100 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत एवं वसूली मामले में की जा रही आपराधिक जांच के संबंध में धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत देशमुख के बयान दर्ज किए।