सुप्रीम कोर्ट में वैवाहिक विवाद और जमानत सम्बन्धी स्थानांतरण याचिकाओं की सुनवाई के लिए पर सुनवाई के लिए पूरी तरह महिला जजों की एक पीठ गठित की गई है। गुरुवार को न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी वाली दो जजों की इस पीठ की व्यवस्था अदालत संख्या 11 में की गई है। गठन प्रधान न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ ने किया।
गुरुवार को पीठ के समक्ष वैवाहिक विवाद और जमानत वाली 10-10 स्थानांतरण याचिकाओं सहित 32 मामले सूचीबद्ध किए गए। बताते चलें कि स्थानांतरण याचिका वह याचिका होती है जिनमें किसी मामले को राज्य एजंसियों से केंद्रीय एजंसी अथवा एक हाई कोर्ट ने दूसरे हाई कोर्ट या हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में स्थानांतरित किए जाने का अनुरोध किया जाता है।
सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में तीसरी बार दो महिला जजों की पीठ करेगी सुनवाईhttps://t.co/Xac2FMIh5J
— ThePrintHindi (@ThePrintHindi) December 1, 2022
इससे पहले ही पूरी तरह से महिला पीठ का गठन 2013 में किया जा चुका था। पूर्व में न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा और न्यायमूर्ति रंजना प्रसाद देसाई की पीठ का गठन किया गया था। हालांकि यह व्यवस्था पीठासीन न्यायाधीश न्यायमूर्ति आफताब आलम की अनुपस्थिति के कारण की गई थी। तत्पश्चात 2018 में न्यायमूर्ति आर भानुमति तथा न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी की पीठ का गठन किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट में इस समय 27 जज हैं। जिनमें केवल तीन ही महिला जज हैं। यह भी विचित्र संयोग है कि न्यायमूर्ति हिमा कोहली, न्यायमूर्ति बीवी नागरत्न और न्यायमूर्ति बेला त्रिवेदी ने 31 अगस्त, 2021 को एक ही दिन शपथ ली थी।