गया। औरंगाबाद की सीमा पर डुमरी नाला के पास सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। भिड़ंत के दौरान नक्सलियों ने करीब 30 लैंड माइंस विस्फोट किए। दोनों ओर से गोलीबारी में तीन नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। वहीं दस जवानों के शहीद होने की भी खबर है। नक्सलियों को घेरने के लिए औरंगाबाद से सीआरपीएफ जवानों को भेजा गया है। वहीं पलामू से भी सीआरपीएफ की एक टुकड़ी मुठभेड़ स्थल पर रवाना की गई है।
सूत्र के अनुसार गश्त पर गई कोबरा टीम गया इलाके के डुमरी नाले के आगे लैंड माइंस विस्फोट का शिकार हुई। सारे जवान उसी में शहीद हुए। उन्हें वापस लाने में नक्सली बाधा डाल रहे है। रात में लौट रही टीम पर भी नक्सलियों ने फायरिंग की। फ़िलहाल कोबरा की 3 टीमें, गया डीएप औरंगाबाद डीएप की टीम भी जंगल में है।
मुठभेड़ शुरू होने के बाद सीआरपीएफ ने रांची में मौजूद एक हेलिकॉप्टर भी मंगाया। हेलिकॉप्टर से मुठभेड़ वाले स्थान का हवाई सर्वेक्षण किया गया। हेलिकॉप्टर को गया में स्टैंडबाइ में रखना था, लेकिन मौसम खराब होने के चलते उसे पटना में रखा गया है।
जानकारी के मुताबिक नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के बाद कोबरा की चार टीमें बांके बाजार थाना क्षेत्र के जंगलों में ऑपरेशन के लिए गई थीं। जब टीम लौटने लगी तो डुमरी नाला के पास नक्सलियों ने लैंडमाइंस विस्फोटक के साथ ही गोलीबारी की। कोबरा ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें कई नक्सलियों को गोली लगी। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को घेरने के लिए जोरदार तैयारी कर रखी थी। डुमरी नाला पर जब सुरक्षाबल पहुंचे तो उन्हें निशाना बनाने के लिए करीब 30 लैंडमाइंस विस्फोट एक के बाद एक कराए गए। लेकिन हड़बड़ाने की जगह जवानों ने मोर्चा संभाला और नक्सलियों को करारा जवाब दिया।
तीन नक्सलियों के शव सुरक्षाबलों को मिल गए हैं। हालांकि उनकी पहचान नहीं हो पाई है। देर रात तक मुठभेड़ जारी थी और दोनों ओर से रुक-रुककर गोली चलने की सूचना है। सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान कोबरा की मदद के लिए पहुंच गए हैं। पटना से आईजी ऑपरेशन कुंदन कृष्णन भी गया पहुंच चुके हैं।