स्पेन, आयरलैंड और नॉर्वे के बाद यूरोपीय देश स्लोवेनिया ने भी फ़िलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दे दी। स्लोवेनियाई सरकार ने राजधानी के केंद्र में सरकारी भवन के सामने स्लोवेनियाई और यूरोपीय संघ के झंडे के साथ फिलिस्तीनी झंडा फहराया।
विदेशी मीडिया के मुताबिक, प्रधानमंत्री रॉबर्ट गोलूब ने स्लोवेनिया की राजधानी लजुब्लजाना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्लोवेनिया की सरकार ने फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता देने का फैसला किया है।
प्रधान मंत्री रॉबर्ट गोलूब ने गाजा में इज़राइल और हमास के बीच युद्ध को तत्काल समाप्त करने और सभी बंधकों को रिहा करने का आह्वान करते हुए कहा कि यह शांति का संदेश है।
संसद के अध्यक्ष का कहना है कि स्लोवेनियाई सांसद फ़िलिस्तीनी राज्य की मान्यता को लेकर मंगलवार को होने वाले मतदान में हिस्सा लेंगे।
दूसरी तरफ कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने संसद में दिए भाषण में कहा है कि युद्ध के भी कुछ नियम-कायदे होते हैं, लेकिन इजरायली हमले के दौरान राफा में जो दृश्य दिखे वो दिल दहला देने वाले हैं।
वहीँ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 4 अरब देशों की शिखर बैठक की शुरुआत करते हुए मांग की कि इजराइल-हमास युद्ध पर एक अंतरराष्ट्रीय शांति सम्मेलन की तत्काल आवश्यकता है।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन-अरब सहयोग मंच के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए कहा कि इजरायल-हमास युद्ध की भयावहता बढ़ती जा रही है। चीन-अरब शिखर सम्मेलन में मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद, बहरीन के राजा हमद और ट्यूनीशियाई राष्ट्रपति क़ैस सईद ने भाग लिया।
गाजा पर बमबारी रोकने के लिए इजरायल पर दबाव बढ़ाने के लिए यूरोपीय देश फिलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता देना जारी रखे हुए हैं। इससे पहले स्पेन, नॉर्वे और आयरलैंड भी फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता दे चुके हैं।
यूरोपीय संघ के 27 सदस्यों में से स्वीडन, साइप्रस, हंगरी, चेक गणराज्य, पोलैंड, स्लोवाकिया, रोमानिया और बुल्गारिया ने पहले ही फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता दे दी है, जबकि माल्टा ने कहा है कि वह जल्द ही इसे स्वीकार कर सकता है।
इज़रायल का विरोध करते हुए कनाडा के विदेश मंत्री ने राफा में बेघर लोगों के शिविर पर इजरायली सेना की क्रूर गोलाबारी की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि फिलिस्तीनियों के पास अब कोई सुरक्षित स्थान नहीं है। संसद में यह भी कहा गया कि निर्दोष फ़िलिस्तीनियों का नरसंहार किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है।
कनाडा के विदेश मंत्री ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान करते हुए कहा कि फिलिस्तीन में मौजूदा स्थिति विनाशकारी है। मासूम फ़िलिस्तीनियों के शवों की दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं।
फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर से अब तक इज़रायली हमलों में फ़िलिस्तीनी शहीदों की संख्या 36 हज़ार 96 तक पहुँच गई है। मंत्रालय के अनुसार, इज़रायली हमलों में अब तक 81,136 फ़िलिस्तीनी घायल हो चुके हैं।