राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि आज परमाणु समझौता बाकी रहने के संबंध में हमारी एक एतिहासिक ज़िम्मेदारी है और आगामी इतिहास इस बात को सिद्ध कर देगा कि ट्रम्प ने बहुत बड़ी ग़लती की है।
ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष से टेलीफोनी वार्ता में परमाणु समझौते से निकलने हेतु ट्रम्प के फैसले को घटिया कार्य बताते हुए कहा है कि परमाणु समझौते को बाकी रखने के लिए यूरोप के पास बहुत कम समय है और जल्द से जल्द वह परमाणु समझौते के संबंध में अपने दृष्टिकोण की स्पष्ट शब्दों में घोषणा करे।
राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने बुधवार को अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रां से टेलीफोनी वार्ता में कहा कि तेल की बिक्री, बैंकिन्ग संबंध और पूंजी निवेश जैसे विषयों के बारे में ईरान के हितों की गैरेन्टी दी जाये।
इसी प्रकार राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि ईरान में पूंजी निवेश करने वाली विदेशी कंपनियों के दृष्टिकोणों की स्पष्ट शब्दों में घोषणा की जानी चाहिये।
उन्होंने कहा कि अगर ईरान और यूरोप सीमित समय में परमाणु समझौते के बारे में स्पष्ट नतीजे तक पहुंच गये तो दोनों पक्षों के मध्य विस्तृत पैमाने पर सहकारिता हो सकती है।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि आज परमाणु समझौता बाकी रहने के संबंध में हमारी एक एतिहासिक ज़िम्मेदारी है और आगामी इतिहास इस बात को सिद्ध कर देगा कि ट्रम्प ने बहुत बड़ी ग़लती की है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विचारों के विपरीत ईरान में यूरेनियम का संवर्द्धन कभी भी परमाणु हथियारों की प्राप्ति के लिए नहीं था बल्कि यह कार्य वैज्ञानिक और राष्ट्रीय गौरव की मज़बूती और ईरानी जनता की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया गया और किया जायेगा।
इस टेलीफोनी वार्ता में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने भी परमाणु समझौते से निकलने हेतु ट्रम्प के फैसले पर खेद प्रकट किया और कहा कि यूरोपीय देशों ने सामूहिक रूप से इस फैसले के संबंध में अपने विरोधों की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि ट्रम्प का फैसला स्वयं अमेरिका में बहुत बड़े विरोधाभास का कारण बना है। साथ ही मैक्रां ने समस्त पक्षों द्वारा परमाणु समझौते के प्रति वचनबद्ध रहने पर बल दिया और कहा कि यूरोप परमाणु समझौते को बाकी रखने के लिए संगठित रूप से प्रयास करेगा। MM