काहिरा: मिस्र में मोटापे और अन्य बीमारियों का सामना करने वाले लोगों के हज पर जाने पर रोक लगा दी गई है।
अंतरार्ष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मिस्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता होसाम अब्देल गफ्फार का कहना है कि इस साल केवल उन्हीं तीर्थयात्रियों को हज की अनुमति दी जाएगी जो पुरानी या संक्रामक बीमारियों से पीड़ित नहीं हैं और जिनकी उम्र 12 साल से अधिक है। साथ ही पहली बार हज करने जा रहे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।
मिस्र के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिबंधों के विकास में गर्भवती महिलाओं के हज पर जाने पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
मिस्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि बीमारियों की एक श्रेणी बनाई गई है और इन बीमारियों से पीड़ित लोगों को हज पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
प्रवक्ता ने पुष्टि की कि सऊदी सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार इस वर्ष हज करने के इच्छुक मिस्र के नागरिकों को कोरोना, मेनिनजाइटिस और मौसमी फ्लू के खिलाफ पूर्ण टीकाकरण से गुजरना होगा।
इसके अलावा सऊदी अरब के तीर्थयात्रियों को यह साबित करने के लिए क्यूआर कोड के साथ कोरोना टीकाकरण प्रमाणपत्र जमा करना होगा कि उन्हें कम से कम 6 महीने पहले कोरोना की बूस्टर खुराक और कम से कम 10 दिन पहले मेनिन्जाइटिस का टीका मिला है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने पुष्टि की कि हज करने के इच्छुक मोटे लोगों पर भी प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा ट्यूमर, अल्जाइमर रोग, हृदय और रक्त वाहिका रोग, कैंसर, फेफड़े की फाइब्रोसिस और किडनी डायलिसिस के मरीजों पर प्रतिबंध रहेगा।
मिस्र के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिबंधों के विकास में गर्भवती महिलाओं के हज पर जाने पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है।