नई दिल्ली। एक बार फिर से देश की आर्थिक स्थिति सुधर रही है। इसका असर जीडीपी, नए जॉब के अवसर और इनकम बढऩे के रूप में दिखाई देगा। इन सभी पॉजिटीव कारणों का असर शेयर बाजार पर भी होगा। dynamic asset
निवेशकों में विश्वास बहाली होगी जो बेहतर रिटर्न की उम्मीद के चलते सेंसेक्स को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। हालांकि, इससे मार्केट में तेज करेक्शन भी देखने को मिलेगी। इससे बचने के लिए छोटे निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में इक्विटी और डेट को शामिल करना सही विकल्प होगा।
क्या है डायनेमिक असेट अलोकेशन फंड
डायनॉमिक असेट अलोकेशन ऐसा फंड होता है जो बाजार की स्थितियों के अनुसार डेट- इक्विटी को बदलते रहता है। यह ऐसी कटेगरी में बदलता है जिसमें अगले तीन सालों में अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीदहोती है।
महंगाई से मुकाबला करने में सक्षम
ब्याज दरों के नीचे जाने की स्थिति में इक्विटी को छोड़कर शायद ही कोई ऐसा निवेश का माध्यम होगा, जो महंगाई को पछाड़ कर लाभ दे सके। रियल इस्टेट और सोने में रिटर्न नहीं मिलने के कारण रिटेल निवेशक म्युचुअल फंड और इक्विटी की ओर जाना शुरू कर दिए हैं।