पुणे : महाराष्ट्र में 21 फरवरी को होने वाले निकाय चुनावों में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को उस समय अहसज स्थिति का सामना करना पड़ा जब पुणे में उनकी प्रस्तावित सभा में महज कुछ लोग जुटे. Devendra
इसके बाद फड़नवीस ने वहां की रैली की कैंसल कर दी. हालांकि उन्होंने इसकी वजह टाइम को लेकर कुछ मिसकम्युनिकेशन बताया.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में इन दिनों निकाय चुनाव के लिए पार्टियों का प्रचार चल रहा है.
रविवार को प्रचार का आखिरी दिन है और शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को पुणे में एक रैली को संबोधित करना था.
रैली के स्थल पर भव्य मंच बना. पब्लिक के बैठने के लिए सैकड़ों कुर्सियां लगाई गईं लेकिन रैली के समय महज कुछ लोग ही मौके पर पहुंचे. ज्यादातर कुर्सियां खाली ही पड़ी रहीं.
बताया जाता है कि इसकी सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने और फजीहत से बचने के लिए अपना वहां आना की कैंसल कर दिया.
सीएम की बाकायदा इसकी सूचना ट्वीट कर दी. हालांकि उन्होंने लिखा कि मैंने टाइम को लेकर कुछ मिसकम्युनिकेशन के चलते पुणे की रैली कैंसल कर दी है. मुझे इसका खेद है और अब मैं पिंपरी चिंचवाड़ की ओर बढ़ रहा हूं.
खास बात ये है कि ये सभा महायुति की थी यानी इसमें तीन पार्टियों के झंडे लहरा रहे थे लेकिन न तो वहां कोई वर्कर नजर आया और न ही कोई भीड़. गौरतलब है कि इन चुनावों में शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग चुनाव मैदान में हैं.