दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता आज दोपहर 12 बजे शपथ लेंगी। भारतीय जनता पार्टी की विधायक रेखा गुप्ता ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी संभाली है।
भाजपा विधायक दल की बैठक में पार्टी के पर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद और ओपी धनखड़ की मौजूदगी में रेखा गुप्ता के नाम पर मुहर लगी। बताते चलें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की रेस में प्रवेश वर्मा के अलावा सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता और शिखा राय जैसे कई नाम थे मगर इस सबके बीच रेखा गुप्ता का चयन किया गया।
रेखा गुप्ता को केंद्रीय पर्यवेक्षकों की उपस्थिति के बीच दिल्ली प्रदेश बीजेपी कार्यालय में सर्वसम्मति से पार्टी विधायक दल की नेता चुना गया। शालीमार बाग सीट से विजयी रेखा गुप्ता मौजूदा समय में बीजेपी की एकलौती महिला मुख्यमंत्री होंगी।
विधायक दल की बैठक में पार्टी के सभी 48 विधायक मौजूद थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बैठक के बाद रेखा गुप्ता को सर्वसम्मति से विधायक दल की नेता चुने जाने की घोषणा की।
रेखा गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा- “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, वीरेंद्र सचदेवा, रविशंकर प्रसाद और सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद अदा करती हूं। मैं अपने सभी विधायकों का धन्यवाद अदा करती हूं।“
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से पहली बार विधायक चुनी गई हैं। रेखा गुप्ता दिल्ली नगर निगम की पार्षद भी रही हैं। उनके मुख्यमंत्री बनने में संघ से उनके अच्छे रिश्तों की भी बड़ी भूमिका रही है।
हरियाणा में जन्मी रेखा गुप्ता 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डुसू) की अध्यक्ष बनीं। साल 2007 में वह दिल्ली के पीतमपुरा (उत्तर) की काउंसिलर बनीं। दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा की जनरल सेक्रेटरी भी रह चुकी रेखा गुप्ता 2004 से 2006 तक भारतीय जनता पार्टी की युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव रह चुकी हैं।
नई सरकार के भव्य शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। शपथ ग्रहण समारोह आज दोपहर रामलीला मैदान में होगा।
बतौर महिला मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी मुख्यमंत्री होंगी, उनसे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी इस पद पर रह चुकी हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम आने के 11 दिनों बाद आखिरकार भाजपा ने बीती शाम मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया। गौरतलब है कि पांच फरवरी को संपन्न हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को हराकर भाजपा 27 साल बाद सत्ता में आई है।