अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर आज फिर संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ। विपक्ष ने जांच की मांग करते हुए सदन में नारेबाजी की। इस हंगामे के बाद लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर साधा निशाना साधते हुए कहा कि सरकार चाहती है कि यह मामला न उठाया जाए।
अपना विरोध जताते हुए RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि देश का हर वर्ग चिंतित है, लेकिन सरकार पर्दा डाल रही है। उन्होंने आगे कहा कि अडानी इसे राष्ट्र पर हमला बता रहे हैं। इस पर उन्होंने सवाल किया कि वह राष्ट्र कबसे हो गए?
संसद के बाहर भी यही मुद्दा प्रभावी रहा। अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर आज विपक्षी दलों ने संसद भवन के बाहर पूरे जोश के साथ विरोध प्रदर्शन किया। अडानी ग्रुप के विरुद्ध विपक्षी दलों ने धोखाधड़ी और शेयरों में हेराफेरी के आरोपों जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा कराये जाने की मांग रखी।
अदाणी समूह के मामले पर कांग्रेस का संसद से लेकर सड़क तक प्रदर्शन।
दिल्ली के जंतर-मंतर से लेकर एसबीआई मुख्यालय तक यूथ कांग्रेस ने निकाला विरोध मार्च।
एसबीआई मुख्यालय और जंतर-मंतर पर बढ़ाई गई सुरक्षा।#AdaniGroup #Congress pic.twitter.com/LpeuUifBOA
— News Tak (@newstakofficial) February 6, 2023
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम विस्तृत चर्चा के लिए तैयार हैं। खरगे ने कहा कि सरकार चाहती है कि यह मामला न उठाया जाए, चर्चा न की जाए। वे इसे किसी भी तरह से टालना चाहते हैं और इसे रिकॉर्ड में नहीं लाना चाहते हैं।
इस प्रदर्शन में कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया ने भी शिरकत की NSUI ने भी जेपीसी जांच की मांग की। दिल्ली के अलावा बेंगलुरु में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर संयुक्त संसदीय समिति द्वारा जांच की मांग करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया।
अन्य शहरों से भी इस विरोध की खबरे आ रही है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मुंबई और हैदराबाद में एसबीआई कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए अपना विरोध दर्ज किया और जाँच की मांग उठाई। तमिलनाडु के चेन्नई में कांग्रेस ने LIC कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
अपने विरोध में JMM सांसद महुआ मित्र ने सरकार पर प्रहार करते हुए सवाल किया कि अदानी को क्यों बचाया जा रहा है ? उन्होंने आगे पुछा- ‘पीएम मोदी क्यों नहीं इस मुद्दे का सामना करना चाहते हैं। धीरे-धीरे हर चीज का निजीकरण हो रहा है, उन्हें बचाया जा रहा है। आप देख सकते हैं कि देश कहां जा रहा है। पूरा विपक्ष एकजुट है, हम विरोध कर रहे हैं। हम जवाब चाहते हैं।‘