श्रीनगर 15 जनवरी : जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में कड़ाके की ठंड से ठिठुरन बढ़ गयी है। ठंड और कोहरे से अभी राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
श्रीनगर में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। घना कोहरा और सड़कों पर बर्फ से शुक्रवार सुबह जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा।
श्रीनगर के विश्व प्रसिद्ध डल झील और अन्य जलाशयों में पानी जम गया जहां प्रशासन ने शिकारावालों के लिए आपातकालीन राशन और दवाई वितरण अभियान शुरू किया जो डल और निगीन झीलों में पानी जमने के कारण कहीं आने जाने के लिए लाचार है।
श्रीनगर में बीते दिन 30 वर्षों में सबसे ठंडी रात रही जहां तापमान शून्य से 8.4 डिग्री नीचे रहा। हालांकि श्रीनगर अभी भी विश्व प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग की तुलना में ठंडा है। गुरुवार को शून्य से 8.4 डिग्री नीचे के तुलना में यह शून्य से 7.6 डिग्री नीचे रहा जो सामान्य से पांच डिग्री नीचे रहा। आज दिन में हालांकि धूप खिली रहने से थोड़ी राहत मिली लेकिन बर्फीली हवाओं को चलना बदस्तूर जारी है।
मौसम विभाग के प्रवक्ता ने यूनीवार्ता को बताया कि शुष्क मौसम और आसमान साफ होने के कारण ठंड से कोई राहत नहीं मिलने के आसार हैं।
इस बीच, श्रीनगर में ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन के सार्वजनिक निर्माण विभाग ने कारों को फिसलने और टकराने से रोकने के लिए शहर में पुलों में डी-आइसिंग नमक डाला है। श्रीनगर नगर निगम और संबंधित विभाग अधिकतर सड़कों, गलियों और शहर की आंतरिक सड़कों से बर्फ को हटाने में विफल रही है और फिसलन की स्थिति के कारण राहगीरों और वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। शहर में फिसलन की स्थिति के कारण लोगों को सड़कों पर चलना दूभर हो गया है, जहां अधिकतर लिंक रोड पर बर्फ में फिसलन के कारण या गिरने के बाद कई लोग घायल हो गए हैं।