वॉशिंगटन: दशकों से खोया हुआ क्रिस्टोफर कोलंबस का ऐतिहासिक पत्र मिल गया है। इस पत्र को अमेरिका ने अब इटली को सौंप दिया है। अमरिका की खोज करने वाले क्रिस्टोफर कोलंबस ने यह पत्र पंद्रहवीं शताब्दी में लिखा था।
क्रिस्टोफर कोलंबस ने 1493 में अपनी यात्रा शुरू की थी। इस यात्रा के लिए स्पेन के राजा फर्डिनेंड और रानी इसाबेला ने उन्हें वित्तीय सहयोग दिया। आखिरकार कोलम्बस का मिशन पूरा हुआ और उन्हें अमरिका की खोज में कामयाबी मिली।
यह पत्र 1980 तक इटली के वेनिस के एक संग्रहालय ‘बिब्लियोटिका नेशनेल मर्सियाना’ में था, जो बाद में एक अमरिकी के पास चला गया।
यह पत्र हस्तलिखित नहीं बल्कि लैटिन भाषा में छपा हुआ है। इसे नई दुनिया की यात्रा के रूप में वर्णित किया गया था। इस यात्रा का वर्णन उनके दादा कोलंबस ने पत्रों के रूप में संकलित किया था। उनके लिखे 30 पत्र आज भी दुनिया में मौजूद हैं। यह पत्र 1980 तक इटली के वेनिस के एक संग्रहालय ‘बिब्लियोटिका नेशनेल मर्सियाना’ में था, जो बाद में एक अमरिकी के पास चला गया।
इस अमरीकी का कहना है कि 2003 में उसने ये पत्र किताबों के एक व्यापारी से लिए थे। इस बारे में और अधिक जानकारी नहीं मिल सकी। इस पत्र को प्लैंक वन एडिशन नाम दिया गया है। क्योंकि लगभग 500 साल पहले इसे स्टीफन प्लैंक नाम के प्रकाशक ने छापा था।
The United States has returned a stolen 15th-century letter by Christopher Columbus to Italyhttps://t.co/9g4CCNsavF
— CNN (@CNN) July 20, 2023
दूसरी तरफ अमरिकी सीमा शुल्क विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने खुद इटली जाकर यह पत्र इटली सरकार को दिया। माना जा रहा है कि इसकी कीमत 13 मिलियन डॉलर के करीब है।