काठगोदाम शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रियों को ”मैं भी चौकीदार” वाले कप में चाय दिया गया. एक शख्स ने इसकी शिकायत कर दी. इसके बाद रेलवे ने कप को वापस ले लिया है.
यात्रियों को ”मैं भी चौकीदार” वाले कप में चाय दिया गया. यात्रियों को ”मैं भी चौकीदार” वाले कप में चाय दिया गया.
2019 का लोकसभा चुनाव प्रचार चाय से चौकीदार पर जाकर ठहर गई है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘चौकीदार चोर है” का नारा दिया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पलटवार करते हुए ”मैं भी चौकीदार” के नारे को बुलंद किया. अब यही नारा जब चाय के कप पल लिखा गया तो विवाद खड़ा हो गया. रेलवे में चाय के कप पर ”मैं भी चौकीदार” वाले नारे पर बवाल शुरु हो गया है.
दरअसल, काठगोदाम शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रियों को ”मैं भी चौकीदार” वाले कप में चाय दिया गया. एक शख्स ने इसकी शिकायत कर दी. इसके बाद रेलवे ने कप को वापस ले लिया है. हालांकि चुनाव आयोग इस पर चुप है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक आयोग का कहना है कि इस कप को किसी राजनीतिक पार्टी से लेना देना नहीं है. ये संकल्प फाउंडेशन से जुड़ा हुआ कप है.
वहीं, रेलवे ने मामले में कार्रवाई की है. रेलवे की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह आज हुआ लेकिन तुरंत कप को हटा लिया गया. ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा सुपरवाइजर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है.