सुप्रीम कोर्ट द्वारा कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाने के फैसले पर चीन की प्रतिक्रिया सामने आ गई है। चीन ने भारत के इस फैसले को स्वीकार करने से इंकार कर दिया है।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग के मुताबिक़ इस फैसले का बीजिंग पर कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका कहना है कि भारत-चीन बॉर्डर का पश्चिमी हिस्सा हमेशा से चीन का रहा है।
इसके जवाब में चीन ने आगे कहा कि भारत के सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ये हकीकत नहीं बदल सकती कि सीमा का पश्चिमी हिस्सा चीन का है। साथ ही चीन ने ये भी कहा कि उसने भारत के एकतरफा और अवैध तौर पर स्थापित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को मान्यता नहीं दी है।
चीन का कहना है कि दोनों पक्षों को बातचीत के जरिए इस मामले को सुलझाना चाहिए ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाई जा सके।
#StatecraftInTheNews: China has rejected the recent verdict by the Indian Supreme Court upholding the abrogation of Article 370 and said that the ruling would not change the fact that the western section of the China-India border has always belonged to China.
China claims the… pic.twitter.com/PkRXdVd020
— Statecraft (@statecraftdaily) December 14, 2023
बताते चलें कि भारत सरकार ने 05 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के साथ ही राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था। चीन ने उस समय भी भारत के इस फैसले को स्वीकार नहीं किया था है और वह लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने के खिलाफ था।