वैज्ञानिकों का कहना है कि बच्चों के मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाने वाले रसायन सोते समय उनके आसपास मौजूद रहते हैं। उन्होंने बच्चों में इस हानिकारक रासायनिक तत्व के खतरे को कम करने और उन्हें सुरक्षित रखने के तरीके भी बताए।
वैज्ञानिकों के अनुसार, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हमारे बच्चों के बिस्तर सुरक्षित हों और स्वस्थ मस्तिष्क विकास में सहायक हों।
इस संबंध में हुए एक नए अध्ययन के अनुसार, बच्चों के बिस्तर और शयनकक्षों में हानिकारक पदार्थ पाए गए हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, पॉलिमर जिसके तत्व गद्दे को आरामदायक और मुलायम बनाते हैं, उसे फथलेट्स (phthalates) कहा जाता है। इसके अलावा, इसमें अग्निरोधी और अन्य हानिकारक रसायन भी शामिल हैं। बच्चे नींद में सांस लेते समय इन्हें अवशोषित कर लेते हैं।
कनाडा के टोरंटो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि उपर्युक्त रासायनिक तत्व न्यूरोलॉजिकल (neurological), प्रजनन और अस्थमा सहित प्रजनन संबंधी समस्याओं, हार्मोनल असंतुलन और यहां तक कि कैंसर जैसी घातक बीमारियों से भी जुड़े हैं।
अध्ययन की वरिष्ठ लेखिका प्रोफेसर मिरियम डायमंड ने कहा कि मस्तिष्क के विकास के लिए नींद बहुत महत्वपूर्ण है, विशेषकर नवजात शिशुओं और शिशुओं के लिए।
हालाँकि, शोध में पाया गया कि कई गद्दों में ऐसे रसायन होते हैं जो बच्चों के मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकते हैं। शोधकर्ताओं ने निर्माताओं से कहा कि वे बच्चों के गद्दों में प्रयुक्त रसायनों की पूरी तरह जांच करें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे रसायन मुक्त हैं।
इसके अलावा, उन्होंने खिलौनों और इसी तरह की वस्तुओं में कुछ प्लास्टिसाइज़रों पर प्रतिबंध बढ़ाने का आह्वान किया ताकि गद्दों और बिस्तरों में हानिकारक तत्व न हों।