पटना। इंटर टॉपर घोटाले में सोमवार की शाम पटना पुलिस ने निगरानी के विशेष अदालत में 32 लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल कर दिया। घोटाले के किंगपिन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद, उनकी पत्नी व पूर्व विधायक उषा सिन्हा, बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हरिहरनाथ झा व विशुनदेव राय कॉलेज, भगवानपुर के प्राचार्य अमित कुमार उर्फ बच्चा राय को मुख्य आरोपित बनाया गया है। अन्य 32 आरोपियों में 20 लोक सेवक, चार छात्र व आठ अन्य अभियुक्त हैं। चार हजार 124 पेज के आरोप पत्र में 25 जब्ती सूची के साथ 51 गवाहों की सूची भी पुलिस ने कोर्ट को सौंपी है।
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इस मामले में स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी। 213 स्कूल-कॉलेजों को गलत तरीके से दी गई मान्यता के मामले में तफ्तीश बाकी है। 32 आरोपितों में से 28 गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें पांच को जमानत भी मिल गई है। लालकेश्वर के दामाद विवेक रंजन सहित चार आरोपित अभी भी फरार हैं। इस मामले में छह जून को कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। इंटर टॉपर घोटाले में लालकेश्वर व बच्चा राय ने किंगपिन की भूमिका निभायी है। इन दोनों के सांठगांठ से बोर्ड में लंबे समय से घोटाला चल रहा था। पुलिस ने सभी 32 आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त डॉक्यूमेंट्री सबूत जुटाए हैं। आरोप-पत्र दाखिल करने के बाद भी पुलिस की जांच जारी रहेगी। एसएसपी मनु महाराज का कहना है कि चार्जशीट के लिए शिक्षक दिवस को चुना गया। शिक्षा माफियाओं को कड़ा संदेश देने के लिए ही पुलिस ने पांच सितंबर को 32 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी।