इस बार चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या अपेक्षाकृत बहुत ज़्यादा है। धामों में क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए यात्रा की तिथि बढाकर 31 मई कर दी गई है। साथ ही वीआईपी दर्शन के लिए भी 31 मई तक की मनाही कर दी गई है।
जानकारी के आधार पर अभी तक चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराने वालों की संख्या 27,92,679 पहुँच चुकी है। लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए तीन दिनों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में 19 मई तक हरिद्वार में ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन को बंद किया गया है। पहले ऑफलाइन पंजीकरण पर 16 मई तक रोक तय की गई थी।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन द्वारा उठाए गए क़दम
- यात्रा के लिए ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन 19 मई तक बंद रहेगा।
- अपंजीकृत वाहन में या अपंजीकृत तरीके से आने की मनाही।
- वीआईपी दर्शन के लिए भी 31 मई तक की मनाही।
- मंदिर परिसर से 200 मीटर तक की दूरी तक रील बनाने पर मनाही।
- निर्धारित समय से पहले आने वालों को वापस भेज दिया जायेगा।
- हालत को नियंत्रण में रखने के लिए तीर्थयात्रियों से ये अपील भी गई है कि जिस तिथि का रजिस्ट्रेशन है, उसी समय यात्रा पर निकलें। पहले आने की दशा में उन्हें इंट्री नहीं मिलेगी और वापस भेज दिया जाएगा।
इस बार प्रशासन ने चारधाम यात्रा के दौरान रील्स आदि बनाने पर भी पाबन्दी लगते हुए श्रद्धालुओं को मोबाइल फोन मंदिर में ले जाने की मनादि की है। आदेश के मुताबिक़ कोई भी श्रद्धालु, ब्लॉगर या यूट्यूबर मंदिर परिसर से 200 मीटर तक की दूरी तक किसी भी प्रकार की कोई भी रील नहीं बना सकते हैं।
नियम तोड़ने वालों के लिए सख्त कार्रवाई की बात भी कही गई है। साथ ही श्रद्धालुओं को अपंजीकृत वाहन में या अपंजीकृत तरीके से आने की भी मनाही की गई है।