चैंपियंस ट्रॉफी खत्म होने के बाद अब क्रिकेट प्रेमियों का फोकस इंडियन प्रीमियर लीग पर है। यह दो सप्ताह में शुरू होने वाला है। जहाँ एक तरफ आईपीएल बोर्ड इसके आयोजन को लेकर बड़ी-बड़ी योजनाएं बना रहा है वहीँ केंद्र सरकार ने आईपीएल आयोजकों पर लगाम लगा दी है।
केंद्र सरकार द्वारा आईपीएल में तंबाकू और शराब के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया है। साथ ही सरोगेसी से संबंधित विज्ञापन प्रसारित किए जाने की भी मनादी कर दी गई है। यह आदेश युवाओं में उनके रोल मॉडल क्रिकेट खिलाड़ियों को ऐसे विज्ञापनों से नहीं जोड़ने के तर्क के साथ दिया गया है।
आईपीएल में तंबाकू और शराब के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने से क्रिकेट बोर्ड को मिलने वाले भारी राजस्व पर असर पड़ेगा।
आईपीएल चेयरमैन अरुण सिंह धूमल को लिखे एक पत्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का कहना है- ‘भारत के युवाओं के लिए रोल मॉडल क्रिकेट खिलाड़ियों को किसी भी तरह के तंबाकू या शराब के विज्ञापनों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। आईपीएल के दौरान, स्टेडियम परिसर में जहां संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और राष्ट्रीय मीडिया पर प्रसारित सत्रों में तंबाकू और शराब के विज्ञापन नहीं दिए जाने चाहिए, और इनकी बिक्री पर भी प्रतिबंध लगना चाहिए, इन नियमों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।’
गौरतलब है कि आईपीएल का आगामी सीजन 22 मार्च से शुरू हो रहा है। ऐसे में कई कंपनियां करोड़ों की संख्या में दर्शकों को लुभाने के लिए विज्ञापनों का सहारा लेती हैं और अपने कारोबार के विस्तार के लिए बेहद महंगे विज्ञापन तैयार करवाती हैं।
इन विज्ञापनों से क्रिकेट बोर्ड को भी भारी राजस्व मिलता है मगर सरकार के इस ताजा आदेश से बोर्ड के राजस्व पर खासा असर पड़ेगा।
बताते चलें कि दुनिया भर में भारत तंबाकू से होने वाली मौतों में दूसरे स्थान पर हैं। यहाँ प्रत्येक वर्ष लगभग 14 लाख लोग इन बीमारियों से अपनी जान गावं देते हैं।