बिहार में जाति आधारित सर्वे को जल्द ही सार्वजानिक किया जायेगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार ये जानकारी दी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि जाति आधारित सर्वे समाज के सभी वर्गों के लिए फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस पर काम पूरा हो गया है और जल्द ही इसे सार्वजनिक किया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लेते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र आखिर देश में जनगणना क्यों नहीं करा रहा है। डेटा संकलन पर उन्होंने बताया कि काम चल रहा है और जल्द ही यह सामने आएगा।
सर्वे के सम्बन्ध में नीतीश कुमार ने कहा कि सर्वे से पता चलेगा कि किस वर्ग को कितने विकास की जरूरत है। उनके मुताबिक़ इससे समाज के वंचित लोगों को मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार @NitishKumar ने कहा- प्रदेश में जातीय गणना की प्रक्रिया पूरा होने के बाद सभी वर्गों की सही आर्थिक, सामाजिक स्थिति का आकलन होगा। @DDNewsHindi @airnews_patna @PIB_Patna pic.twitter.com/LJckAluWbT
— DD News Bihar | डीडी न्यूज बिहार (@ddnewsBihar) August 25, 2023
सरकार को घेरते हुए नीतीश कुमार ने सवाल किया कि केंद्र जनगणना क्यों नहीं करा रहा है? जो हर 10 साल में होती है और 2021 में तय थी। उन्होंने याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने कभी भी सर्वे पर रोक नहीं लगाई। इस संबंध में दायर जनहित याचिका को पटना हाईकोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है।
नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए ये भी स्पष्ट किया कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि बीजेपी नेता जाति-आधारित सर्वे पर क्या कह रहे हैं। उनका कहना है कि जाति-आधारित सर्वे कराने का भाजपा सहित सभी दलों का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था। उन्होंने ये भी कहा कि वह शुरुआत से इसके पक्ष में हैं।