नयी दिल्ली 09 अगस्त : दिल्ली पुलिस ने रविवार को यहां जंतर मंतर पर एक प्रदर्शन के दौरान कुछ विवादित नारे लगाने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता अश्विनी उपाध्याय कहते हैं कि दिल्ली पुलिस को पहले वीडियो की सत्यता की जांच करनी चाहिए। प्रदर्शनकारियों के एक समूह की ओर से सांप्रदायिक नारे लगाने का एक वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।
उच्चतम न्यायालय के वकील और भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम -‘औपनिवेशिक कानून और एक समान कानून’ के दौरान नारे लगाए गए। श्री उपाध्याय ने दावा किया कि उनका वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है और उनका विरोध ब्रिटिश कानूनों को समाप्त करने पर केंद्रित था।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस आयोजन की इजाजत नहीं थी। वीडियो में देखे गए नारों की प्रकृति ने राजनीतिक नेताओं सहित विभिन्न वर्गों से नाराजगी जताई।
इसबीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, “भाजपा के अनधिकृत प्रदर्शन के बारे में पढ़ना कितना शर्मनाक है जहां सांप्रदायिक नारे और अभद्र भाषा की आवाज उठाई गई हो। दिल्ली पुलिस से अनुकरणीय कार्रवाई की उम्मीद है। केवल कड़ी कार्रवाई और निंदात्मक दंड ही इस तरह के दुर्व्यवहार को रोकेगा।” श्री उपाध्याय ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि वीडियो का दुरुपयोग किया जा रहा है और वीडियो की प्रामाणिकता को भी चुनौती दी है।