बोरिस जॉनसन पर बना सियासी संकट बढ़ता जा रहा है। कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों की बगावत जारी है। सत्तारूढ़ कंज़र्वेटिव पार्टी से 24 घंटे से भी कम समय में करीब 39 मंत्री और संसदीय सचिव पद छोड़ चुके हैं। साथ ही गृह मंत्री प्रीति पटेल तथा यातायात मंत्री ग्रांट शैप्स के अलावा तकरीबन दो दर्जन वरिष्ठ भी इस्तीफ़ा देने के मूड में हैं।
इन इस्तीफों की शुरुआत स्वास्थ्य मंत्री जाविद और वित्त मंत्री ऋषि सुनक से हुई। इसके बाद से सियासी हलचल थम नहीं रही है। शिक्षा विभाग के कनिष्ठ मंत्री एलेक्स बुरघर्ट, वित्तीय सेवा मंत्री जॉन ग्लेन, सुरक्षा मंत्री रिचेल मैक्लिएन, निर्यात और समानता मंत्री माइक फ्रीअर, हाउसिंग एंड कम्युनिटीज के कनिष्ठ मंत्री नील ओब्रायन समेत 39 इस्तीफों से जॉनसन की सरकार अविश्वास के दायरे में आ चुकी है।
सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने बुधवार शाम प्रधानमंत्री निवास 10, डाउनिंग स्ट्रीट जाकर प्रधानमंत्री जॉनसन से पद छोड़ने को कहा। सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि उनकी कट्टर समर्थक मानी जाती रहीं गृह मंत्री प्रीति पटेल भी इन मंत्रियों में शामिल थीं। मंत्रियों पर दबाव बनाने के लिए जॉनसन सबसे अलग-अलग मिले। लेकिन समझा जाता है कि उनके 15 से ज्यादा मंत्रियों ने अगले चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी की संभावनाएं बेहतर करने के लिए नेतृत्व में बदलाव की बात कही है।
भारी संख्या में असमर्थन के बावजूद जॉनसन कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। पीएम का कहना है कि उनके इस्तीफे के कारण चुनाव जल्द कराने पड़ेंगे, जिनमें टोरी को हार का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि पार्टी की संपर्क समिति की बैठक में उन्होंने जल्द चुनाव या इस्तीफे के सवालों को टाल दिया था।
वित्तमंत्री का पद छोड़ने वाले ऋषि सुनक अब राजनीति में कोई पद नहीं लेने के मूड में है। उन्होंने पार्टी के पूर्व डिप्टी चीफ व्हिप क्रिस पिंचर का नाम लिए बिना उनकी नियुक्ति महत्वपूर्ण पद पर करने के लिए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर निशाना साधा। ऋषि सुनक समेत दो मंत्रियों के इस्तीफे के बाद पीएम ने दो नए मंत्रियों की नियुक्ति की है। अब ऋषि सुनक की जगह नदीम जहावी नए वित्तमंत्री बनाए गए हैं जबकि साजिद जावेद की जगह स्टीव बार्कले को नया स्वास्थ्य मंत्री की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।