मुंबई , बॉम्बे हाई कोर्ट की फटकार के बाद महाराष्ट्र राज्य पथ परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की 5 दिनों से चली रही आ रही हड़ताल खत्म हो गई है. हाई कोर्ट ने शुक्रवार को इस हड़ताल को अवैध करार देते हुए तुरंत खत्म करने का आदेश दिया था.
हाई कोर्ट ने इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार को फटकार भी लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि सरकार लोगों की दिक्कतों को मूकदर्शक बनकर न देखती रहे. त्योहारी सीजन के बीच हुई इस हड़ताल से लाखों लोगों को दिक्कत हो रही है.
इस बीच एमएसआरटीसी के सात हड़ताली कर्मचारियों को हंगामा करने और हिंसा में लिप्त होने के लिए निलंबित कर दिया गया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन सभी को गिरफ्तार भी कर लिया गया. वेतन में वृद्धि की मांग को लेकर एमएसआरटीसी के करीब एक लाख कर्मचारी 16 अक्तूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इन कर्मचारियों में अधिकतर बस चालक और कंडक्टर हैं.
अधिकारी ने बताया कि चालकों, कंडक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को नागपुर संभाग के साओनेर डिपो में एमएसआरटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी को चूड़ियां पहनने के लिए मजबूर करने को लेकर निलंबित कर दिया गया. इस मामले में करीबी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाकर पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया.
दो और कर्मचारियों को हिंसा में लिप्त होने और निजी बसों पर पथराव करने के लिए निलंबित किया गया और बाद में नागपुर के रामतेक डिपो से गिरफ्तार कर लिया गया. एमएसआरटीसी के कर्मचारी सातवें वेतन आयोग के अनुरूप अपने वेतन में वृद्धि की मांग कर रहे हैं. उनके हड़ताल के कारण दिवाली पर अपने गृहनगर जाने वाले लंबी दूरी के यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.
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