मुरादाबाद। भारत को ‘बेईमानों’ से मुक्ति दिलाने का संकल्प दोहराते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी के बाद बैंकों और एटीएम के आगे लंबी कतारें लगने पर शनिवार (3 दिसंबर) को कहा कि मिट्टी का तेल और चीनी के लिए 70 साल से कतारें लगा रही जनता से वह आखिरी बार कतार लगवा रहे हैं। bjp parivartan rally
देश को नकद लेनदेन से मुक्ति दिलाने का आहवान करते हुए मोदी ने मोबाइल के जरिए खरीद फरोख्त करने का सुझाव दिया और नौजवानों से अपील की कि वे देशवासियों को मोबाइल के जरिए लेनदेन करना सिखायें। उन्होंने यहां भाजपा की परिवर्तन यात्रा के तहत आयोजित जनसभा में कहा, ‘आपने वो सरकारें अब तक देखी हैं जो अपने लिए काम करती हैं। अपनों के लिए करने वाली सरकारें बहुत आयीं। आपके लिए करने वाली सरकार भाजपा ही हो सकती है।’ bjp parivartan rally
मोदी ने कहा, ‘इस देश को भ्रष्टाचार ने बर्बाद किया है। इस देश को भ्रष्टाचार ने लूटा है। गरीब का सबसे ज्यादा नुकसान किया है। गरीब का हक छीना है। हमारी सभी मुसीबतों की जड़ में भ्रष्टाचार है। कानून का उपयोग करके बेईमान को ठीक करना होगा। भ्रष्टाचार को ठिकाने लगाना होगा।’ उन्होंने पूछा, ‘अगर कोई ये काम करता है तो वह गुनाहगार है क्या? कोई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता तो गुनाहगार है क्या? मैं हैरान हूं कि आजकल मेरे ही देश में कुछ लोग मुझे गुनाहगार कह रहे हैं। क्या मेरा यही गुनाह है कि भ्रष्टाचार के दिन पूरे होते जा रहे हैं? क्या यही मेरा गुनाह है कि गरीबों का हक छीनने वालों को अब हिसाब देना पड़ रहा है?’
मोदी बोले, ‘हिन्दुस्तान की पाई-पाई पर अगर किसी का अधिकार है तो सवा सौ करोड़ देशवासियों का है। मैं आपके लिए लड़ाई लड़ रहा हूं। ज्यादा से ज्यादा (विरोधी) मेरा क्या कर लेंगे? हम तो फकीर आदमी हैं, झोला लेकर चल पड़ेंगे। ये फकीरी है, जिसने मुझे गरीबों के लिए लड़ने की ताकत दी है।’ नोटबंदी के फैसले को सही बताते हुए मोदी ने कहा कि गरीबों का हक छीनने वालों को अब हिसाब देना पड़ रहा है। बैंकों का राष्ट्रीयकरण गरीबों के नाम पर हुआ था लेकिन इस देश के आधे से अधिक लोग ऐसे गरीब थे जिन्हें कभी बैंक के दरवाजे तक जाने का मौका नहीं दिया गया।
अगर इस देश के गरीब को ताकत दी जाए तो गरीबी खत्म हो जाएगी।’ मोदी ने कहा कि पहले नोटें छपती थीं और महंगाई बढ़ रही थी और नोटों के बंडल कहीं छिप जाते थे। उन्होंने कहा कि जब जनधन खाता खोला गया था तब गरीबों को भी पता नहीं था कि ये कैसे काम आएगा। ‘अब बताइये … काम आ रहा है कि नहीं? मैं देश के सभी जनधन खाते वाले गरीबों को कहना चाहता हूं कि जिसका भी पैसा बैंक में रखा है वो उठाइये मत। एक रूपया मत उठाइये। वो आपके घर के चक्कर काटेगा, आपके पैर पकड़ेगा।’
कैशलेस अर्थव्यवस्था की वकालत करते हुए मोदी ने कहा कि अब मोबाइल फोन में ही बैंक आ गया है। जो खर्च करना है, मोबाइल के जरिए करें। एटीएम पर जाकर नोट निकालना अब जरूरी नहीं है। आप अपने मोबाइल से भी खर्च कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बेईमानी का पैसा बाहर निकालना है और भ्रष्टाचार समाप्त करना है। भविष्य में ये बीमारी खड़ी ना हो, इसके लिए भी दरवाजे बंद करने हैं। मोदी ने जनता से अपील की कि वह मोबाइल पर कारोबार सीखे। ये कोई मुश्किल कार्य नहीं है। बहुत आसानी से पैसे देकर माल खरीदा जा सकता है। वक्त बदल चुका है। ‘बेईमानी के सारे दरवाजे बंद करने के लिए मुझे मदद चाहिए। नोट छाप छाप कर हम बेईमान की मदद नहीं करना चाहते। मैं रात दिन लगा हूं। आपकी तकलीफ मेरी तकलीफ है।’ bjp parivartan rally