भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे भारत के दौरे पर हैं। जनवरी में पहली बार प्रधानमंत्री बने टोबगे पहले विदेश दौरे पर भारत आए हैं। गुरुवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की।
पांच दिनों के राजकीय दौरे पर आये भूटानी प्रधानमंत्री टोबगे का केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने नई दिल्ली एयरपोर्ट पर स्वागत किया था।
वार्ता के दौरान भारत और भूटान के प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली और थिम्फू के मध्य साझेदारी को लेकर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने अगले सप्ताह भूटान आने का निमंत्रण देने के लिए भूटान नरेश सहित टोबगे को धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की ओर से दिए गए निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।
पीएम मोदी अगले हफ्ते भूटान का दौरा करेंगे। फिलहाल भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग टोबगे भारत दौरे पर हैं। pic.twitter.com/Ip8wagSIOY
— IANS Hindi (@IANSKhabar) March 15, 2024
इस दौरान भूटान के प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की। दोनों ने संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे से मिलकर खुशी हुई। भारत-भूटान संबंधों को आगे ले जाने के लिए चर्चा की।
भूटानी पीएम पांच दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं। इस यात्रा में उनकी पत्नी भी भारत आई हैं। भूटानी प्रधानमंत्री का यह दौरा अंतरराष्ट्रीय संबंधों और कूटनीतिक के लिहाज़ से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस यात्रा में भूटान का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है। ख़बरों के मुताबिक़ इस यात्रा में विदेश मंत्री, ऊर्जा, उद्योग, वाणिज्य और रोजगार मंत्री भी हैं। प्रधानमंत्री टोबगे की मुंबई जाने की भी योजना है।
गौरतलब है कि भूटान में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता त्सेरिंग टोबगे के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ है। टोबगे की इस यात्रा को चीन-भारत सीमा विवाद के नजरिए से भी अहम माना जा रहा है। खासकर एक ऐसे समय में जब चीन और भूटान अपने पुराने सीमा विवाद के समाधान के लिए कोशिश कर रहे हैं। इन प्रयसों का प्रभाव भारत के सुरक्षा हितों पर पड़ सकता है।