फिलिस्तीनी-अमेरिकी सुपरमॉडल बेला हदीद का कहना है कि मुसलमानों के उत्पीड़न की उसी तरह निंदा की जानी चाहिए जैसे यूक्रेन में रूसी हस्तक्षेप की निंदा की जा रही है। बेला हदीद ने इंस्टाग्राम पर एक विस्तृत नोट साझा किया।
बेला हदीद ने अपने नोट में लोगों को याद दिलाया कि दुनिया भर के मुसलमानों को सताया जा रहा है, जो कि उतना ही निंदनीय है जैसा कि यूक्रेन पर रूस के हमले की दुनिया भर में निंदा की जाती है। उन्होंने अपने नोट में लिखा- “अपने आप से पूछें कि आप अन्य अन्याय के इर्द-गिर्द कैसे घूमते हैं, हम यहां जो छाप छोड़ते हैं, वह अब तक की सबसे स्पष्ट छाप होगी।”
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“यदि आप कुछ वर्षों में पहली बार युद्ध के प्रभावों को महसूस कर रहे हैं, तो आप इस दुनिया के नहीं हैं, क्योंकि हमेशा युद्ध होता रहा है, और इस बीच हम जो राय देते हैं वह हमेशा रहती है।”
उन्होंने लिखा- “हमें हमेशा तब बोलना चाहिए जब हम प्रोत्साहित महसूस करते हैं, लेकिन उनका मानना है कि सबसे परिवर्तनकारी भाषण मुश्किल समय में आता है, जब आपको अपनी आवाज के लिए जगह बनाने की जरूरत होती है।”
बेला ने यूक्रेन के बारे में लिखा- “उनकी पीड़ा, उनके खिलाफ हिंसा की तीव्रता को कुछ भी कम नहीं कर सकता है, लेकिन यह राष्ट्र के बारे में उतना ही है जितना कि न्याय के बारे में है, यह इसके बारे में है कि अन्याय किसके साथ हो रहा है?”
उन्होंने मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव के बारे में लिखा- “जिस भाषा में हम उत्पीड़न का वर्णन करते हैं, यूक्रेन में संघर्ष की शुरुआत के बाद से एक उत्पीड़ित व्यक्ति को दूसरे उत्पीड़ित व्यक्ति के लिए पसंद नहीं किया जा सकता है। तब से सोशल मीडिया पर देखा गया है कि कितने मुस्लिम देशों में इस तरह के संघर्ष दशकों से चल रहे हैं लेकिन उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
उन्होंने सवाल किया – “कितने मुस्लिम राष्ट्रों पर अत्याचार किया गया है?” पश्चिमी हमले, क्रूर ड्रोन हमले, फांसी, चीन में जेल शिविर? फ़िलिस्तीन का क्या हुआ, कितना बचा फ़िलिस्तीन?