रामपुर: समाजवादी पार्टी (सपा) के दिग्गज नेता और सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री आजम खां ने रामपुर में सोमवार को अपने रावण वाले बयान पर सफाई दी। Azam
उन्होंने कहा कि सारे चैनलों पर चैं- चैं मची हुई है, कि पीएम को मैंने रावण क्यों कह दिया। पूरे हिन्दुस्तान में मेरे खिलाफ चीख पुकार मची हुई है। जिसमें लोग कह रहे हैं, कि ये क्या कह दिया आजम खां ने।
हमारा निवेदन है, हमारी तकरीर समझ में न आए तो हमसे फोन करके पूछ लिया करिए। हमारी बातों को तोड़-मरोड़ के पेश न किया करिए।
लोग कहते हैं, आजम मर्यादा भूल गए। किसके लिए मर्यादा।
अदालत ने जिसे गुजरात जाने से पाबंद किया हो। बेगुनाहों के कत्ल, मासूमों के बलात्कार, कमजोरों के घर जलाने वाले से मर्यादा।
इनसे कहो हिन्दुस्तान का बड़े से बड़ा अपराधी आज हमारे बारे में बहस कर रहा है। वह भी इसलिए किबादशाह को रावण क्यों बोल दिया।
आजम ने कहा कि रावण बहुत पढ़ा लिखा था। सारे चैनलों पर चैं-चैं मची हुई है। रावण क्यों कह दिया। रावण महापंडित था और एक चैथाई हिन्दुस्तान में रावण की पूजा होती है।
वहां रावण को जलाया नहीं जाता। इसलिए बादशाह खबरदार अगर मेरे रावण को बुरा कहा तो उन हिस्सों में घुस नहीं पाओगे। जो हिन्दुस्तान में हैं। हमने आपको रावण नहीं कहा।
हमने जवाब दे दिया कि हमारा एतराज यह नहीं है, कि आप रावण हो। आप रावण नहीं हो। आप तो फकीर हो। दो साल में 80 करोड़ के कपड़े रावण ने तो दस बीस हजार के पहने होंगे। आप रावण कैसे हो सकते हो।
कानून-व्यवस्था यहां आकर खराब करने की जरूरत नहीं है। लखनऊ आकर जहर नहीं घोलना चाहिए था। लखनऊ तो यूपी की राजधानी है, देश की राजधानी का रावण बहुत बड़ा था उसे जलाया होता।
हमारा निवेदन है, हमारी तकरीर समझ में न आए तो हमसे फोन करके पूछ लिया करिए। हमारी बातों को तोड़-मरोड़ के पेश ना करें।
इसपर उन्होंने कहा कि नहीं हम पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम नहीं बनना चाहते। इसलिए कि 1947 में हमारे अजदाद पाकिस्तान नहीं गए। जबकि हमें जाने के लिए पूरी इजाजत थी।
पाकिस्तान सिर्फ मुसलमान जा सकते थे। लेकिन चुटकी भर लोग पाकिस्तान गए। पंजाब के दो हिस्से हुए, बंगाल बंटा, आसाम बंटा और जो हिस्से काटे गए वहीं पाकिस्तान बना और बाकी शहरों से चंद गाड़ियां।
हम अपनी मर्जी से पाकिस्तान नहीं गए। हमारे अजदाद इसलिए पाकिस्तान नहीं गए क्योंकि उनका ताजमहल, कुतुबमीनार, मस्जिदें और कब्रिस्तान यहां है।