अयोध्या। राहुल गांधी अयोध्या का रुख भी कर रहे हैं। वे वहां की प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी में दर्शन करेंगे। बाबरी मस्जिद गिराये जाने के 26 साल बाद अयोध्या जाने वाले नेहरू-गांधी परिवार के वे पहले वंशज होंगे। ayodhya babri nehru family rahul gandhi
इससे पहले1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री और राहुल के पिता राजीव गांधी ने कांग्रेस के लोक सभा चुनाव प्रचार की शुरुआत अयोध्या से की थी। उनके कार्यक्रम में भी हनुमान गढ़ी का दर्शन शामिल था हालांकि वे वहां नहीं जा पाए थे।
1990 में भी सद्भावना यात्रा के दौरान राजीव गांधी का गुज़र अयोध्या से हुआ था। लेकिन तबसे हनुमान गढ़ी तो दूर, उनके परिवार का कोई कांग्रेसी अयोध्या नहीं गया। सोनिया गांधी ने फैज़ाबाद में तो सभाएं ज़रूर कीं लेकिन अयोध्या से वे दूरी बनाये रखी।
राहुल गांधी अयोध्या के साथ ही साथ किछौछा दरगाह भी जायेंगे। रोड शो करते हुए जब उनका काफिला अम्बेडकरनगर जायेगा तो वे किचौछा शरीफ़ दरगाह पर भी मत्था टेकेंगे।
यूपी चुनाव को लेकर राहुल इस समय उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों-कस्बों में रोड शो कर रहे हैं। उनकी यात्रा को ‘किसान यात्रा’ का नाम दिया गया है। उनकी ये यात्रा देवरिया से अपनी शुरुआत में ही खाट लूटे जाने की वजह से चर्चा में आ गई। सोशल साइट्स पर तब से खाट ट्रेंड कर रहा है। देवरिया के बाद राहुल को गोरखपुर, गोण्डा होकर अयोध्या-फैज़ाबाद में रोड शो और किसानों से मुलाक़ात करते हुए अम्बेडकर नगर जाने का प्लान है। खाट-प्रकरण उनके साथ-साथ चल रहा था लेकिन अब हनुमान गढ़ी का दर्शन उनके कार्यक्रम में जुड़ जाने से फोकस बदल गया लगता है।
माना जा रहा है कि कांग्रेसी रणनीतिकारों ने किसान यात्रा में ऐन वक्त पर मंदिर टच जान-बूझ कर दिया है। राहुल के हनुमान गढ़ी दर्शन के जरिये कांग्रेस एक ख़ास संदेश यूपी के मतदाताओं को देना चाहती है। कांग्रेस को आने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा की काट के लिए हिंदू-झुकाव भी ज़रूरी लग रहा है। कांग्रेसी रणनीतिकार की सोच है कि जिन ब्राह्मण वोटों पर इस बार कांग्रेस सबसे ज़्यादा ज़ोर दे रही है ये उसे आसान बना सकता है। ayodhya babri nehru family rahul gandhi ayodhya babri nehru family rahul gandhi ayodhya babri nehru family rahul gandhi